चक्रवाती तूफान मिचाैंग के कारण जिले में मौसम ने अचानक से करवट बदल लिया. मंगलवार को दिन भर छाये बादल ने देर रात से बरसना शुरू किया. बारिश का दौर बुधवार को भी लगातार जारी रहा. मध्यम गति की हवा के कारण तापमान लुढ़क गया. कभी रिमझिम तो कभी झमाझम बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित रहा. लोग घर में ही दुबके रहने को विवश दिखे. गांव-शहर हर जगह स्थिति एक जैसी दिखी.
पांच डिग्री गिरा न्यूनतम तापमान
बारिश का सबसे पहला असर तापमान में देखने को मिला. कुछ दिन पहले तक कब आयेगा ठंड का सवाल पूछने वाले लोग कहते दिखे कि अचानक ठंड बढ़ गयी. बुधवार को न्यूनतम तापमान में पांच डिग्री की गिरावट दर्ज की गयी. मंगलवार को जहां न्यूनतम तापमान 19.8 डिग्री सेल्सियस था, वहीं बुधवार को न्यूनतम तापमान 14.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. सबसे बड़ी बात यह कि अधिकतम तापमान भी 21 डिग्री दर्ज किया गया. इस कारण लोग ठिठुरने को विवश हुए.
सिटी सेंटर में जल जमाव
लगातार हो रही बारिश के कारण सिटी सेंटर, सेक्टर 04 (पाली प्लाजा के सामने) में जल जमाव देखने को मिला. इसके अलावा सेक्टर 09 में भी जहां-तहां सड़क पर पानी देखा गया. हालांकि, जल जमाव छोटे समय के लिए ही रहा.
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बाजार में छाया सन्नाटा
बदले मौसम का असर बाजार पर देखने को मिला. छोटे स्तर की दुकान का शटर तो बंद ही देखने को मिला. बड़े दुकान व बाजार तो खुला, लेकिन ग्राहक नदारद रहें. स्थिति ऐसी रही कि कई दुकान में बोहनी तक नहीं हुई. रेहडी व फुटपाथ दुकान बंद ही रहे. जानकारों की माने तो शादी लगन के सीजन में इस तरह का मौसम नुकसान का कारण बनता है. बदले मौसम के कारण चास-बोकारो में पांच-सात करोड़ रूपये का व्यवसाय प्रभावित होने का अनुमान है.
बरसाती लेकर चले या जैकेट
बरसात के कारण सबसे अधिक परेशानी कामकाजी लोगों को हुई. खास कर बाइक से सफर कर ऑफिस आने वाले लोगों को बहुत परेशानी हुई. लोगों के जेहन में सवाल था कि बारिश से बचने के लिए रेनकोट लेकर सफर करें या फिर ठंड से बचने के लिए जैकेट लेकर. विकल्प के अनुसार लोगों ने सफर तय किया. वहीं स्कूली बच्चों को भी मौसम से परेशानी का सामना करना पड़ा.
धान के फसल को नुकसान, गेंहू होगी प्रभावित
इस साल बेरुखी मानसून के कारण धान की खेती पर असर हुआ था. स्थिति सुखाड़ वाली रही थी. जैसे-तैसे धान रोपा गया था. मंगलवार-बुधवार को बदले मौसम के कारण धान का फसल प्रभावित हुआ. दरअसल, वर्तमान में धनकटनी चल रही है. ऐसे में लगातार हो रही बारिश के कारण धनकटनी में खलल पड़ा है. कई खेत में काटे गये धान रखे हुए ही हैं, तो कुछ को खलिहान में पहुंचा दिया गया है. बिना मौसम की बारिश के कारण फसल बर्बाद होने का खतरा है. इसके अलावा बिना मौसम बारिश के कारण इस बार गेंहू का फसल भी प्रभावित होने की उम्मीद है. कारण यह कि इस बारिश से मिट्टी में नमी की मात्रा बढ़ जायेगी, जिसके नियंत्रित होने में अधिक समय लग सकता है.
आज भी हो सकती है बारिश
चक्रवात के कारण बदले मौसम का असर अगले कुछ दिन तक रहने का अनुमान है. मौसम विभाग की माने तो गुरुवार को भी बोकारो जिला में बारिश हो सकती है. हालांकि, बारिश की रफ्तार बुधवार के मुकाबले कम ही रहने का अनुमान है. जानकारों की माने तो बारिश थमने के बाद तापमान में तेजी से गिरावट देखने को मिलेगी. एक सप्ताह के अंदर न्यूनतम तापमान 08 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है. शीतलहर का दौर भी शुरू होगा.
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