नये साल में बोकारो Zoo को मिलेगा तोहफा, भालू- पॉर्क्यूपाइन समेत अन्य की दिखेंगी जोड़ी
New year 2021, Bokaro news : नये साल 2021 में सेक्टर- 4 स्थित जवाहर लाल नेहरू जैविक उद्यान (Jawaharlal Nehru Biological Park) में कई जानवरों की 'जोड़ी' दिखेगी. इनमें सांबर, नीलगाय, भालू, पॉर्क्यूपाइन शामिल हैं. बिरसा जैविक उद्यान, रांची (Birsa Biological Park, Ranchi) से जैविक उद्यान, बोकारो (Biological Park, Bokaro) को 9 जानवरों का उपहार मिलने वाला है. इनमें 3 सांबर (मेल-फिमेल), 3 नीलगाय (मेल-फिमेल), 2 पॉर्क्यूपाइन (मेल-फिमेल) व एक हिमालयन भालू (मेल) शामिल हैं. नये साल में उद्यान का परिवार बढ़ेगा. जानवरों की संख्या जोड़ी में बढ़ेगी.
New year 2021, Bokaro news, (सुनील तिवारी) : नये साल 2021 में सेक्टर- 4 स्थित जवाहर लाल नेहरू जैविक उद्यान (Jawaharlal Nehru Biological Park) में कई जानवरों की ‘जोड़ी’ दिखेगी. इनमें सांबर, नीलगाय, भालू, पॉर्क्यूपाइन शामिल हैं. बिरसा जैविक उद्यान, रांची (Birsa Biological Park, Ranchi) से जैविक उद्यान, बोकारो (Biological Park, Bokaro) को 9 जानवरों का उपहार मिलने वाला है. इनमें 3 सांबर (मेल-फिमेल), 3 नीलगाय (मेल-फिमेल), 2 पॉर्क्यूपाइन (मेल-फिमेल) व एक हिमालयन भालू (मेल) शामिल हैं. नये साल में उद्यान का परिवार बढ़ेगा. जानवरों की संख्या जोड़ी में बढ़ेगी.
जैविक उद्यान में 2 फिमेल सांबर है. 3 सांबर (मेल-फिमेल मिलाकर) और आयेगा. एक नीलगाय (मेल) उद्यान में हैं. 3 नीलगाय (मेल-फिमेल मिलाकर) और आयेगा. उद्यान में एक हिमालयन भालू (फिमेल) है. एक और हिमालयन भालू (मेल) आयेगा. एक पॉर्क्यूपाइन-शाही (फिमेल) उद्यान में है. 2 पॉर्क्यूपाइन (मेल-फिमेल मिलाकर) और आयेगा. मतलब अब उद्यान में सांबर, नीलगाय, भालू, पॉर्क्यूपाइन ‘जोड़ियों’ में नजर आयेंगे.
बिरसा जैविक उद्यान, रांची की ओर से जैविक उद्यान, बोकारो को उक्त सभी जानवर उपहार में दिये जा रहे हैं. इसके बदले जैविक उद्यान की ओर से कोई जानवर नहीं दिया जायेगा. नये मेहमान का जैविक उद्यान परिवार को बेसब्री से इंतजार है. 127 एकड़ में फैले जैविक उद्यान में फिलहाल 258 पक्षी एवं जानवर हैं. इनमें 125 तरह के जानवर एवं 131 तरह के पक्षी शामिल हैं. उद्यान में एक सफेद बाघिन, 5 तेंदुआ, 1 भालू, 2 अजगर आदि मुख्य रूप से शामिल हैं.
कोरोना वायरस संक्रमण के कारण जैविक उद्यान 17 मार्च, 2020 से आमलोगों के लिए बंद है. जैविक उद्यान में सिर्फ अधिकारी एवं कर्मचारी ही प्रवेश करते हैं. टेम्प्रेचर चेक, हैंड सेनिटाइज करने के बाद ही उन्हें प्रवेश कराया जाता है. प्रतिदिन डॉक्टर पशुओं की निगरानी करते हैं. उद्यान के डॉ गौतम चक्रवर्ती ने बताया कि लॉकडाउन में जू बंद है. इस कारण यहां लोगों का आना-जाना नहीं हो रहा है. इससे जानवरों को जंगल जैसा एकांत वातावरण मिल रहा है.
Posted By : Samir Ranjan.