दोनों समुदाय ने गले मिलकर आपसी भाईचारा का दिया संदेश
जाला गांव में रामनवमी के जुलूस पर पत्थरबाजी का मामला
पिंड्राजोरा. पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र के जाला गांव में रामनवमी के जुलूस पर हुई पत्थरबाजी से उत्पन्न विवाद शुक्रवार को शांत हुआ. पदाधिकारी व पुलिस प्रशासन के सहयोग से तीन दिन बाद दोनों समुदायो के बीच बैठकर मामला को शांत कराया गया. प्रशासन की ओर से चास के प्रंखड विकास पदाधिकारी प्रदीप कुमार, सीओ दिवाकर दुबे, इंस्पेक्टर बसंत कुमार व थाना प्रभारी रविंद्र कुमार सहित गांव के दोनों समुदाय के गण्मान्य ने बैठक कर महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया. एक पक्ष का कहना था कि गांव में किसी भी समुदाय के त्योहार में किसी भी प्रकार का गाजा-बाजा और जुलूस निकाले परप्रतिबंध लगाया जाए वही दूसरे पक्ष के लोगों का कहना था की किसी भी पर्व या त्योहार के उपलक्ष्य पर दोनों पक्षों की गण्मान्य की सहमति से गाजा बाजा या जुलूस निकालने पर विचार होनी चाहिए. दोनों पक्षों की शर्त और विचार सुनने के बाद निर्णय लिया गया की यही उचित और न्याय होगा की किसी भी प्रकार का त्योहार में दोनों समुदाय के लोग बैठक कर सहमति के बाद ही जुलूस या किसी भी प्रकार का वाद्य यंत्र का इस्तेमाल करेंगे . प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा लिया निर्णय पर बैठक में उपस्थित दोनों समुदाय के गण्मान्य द्वारा हस्ताक्षर करवा कर आपसी भाई चारा को कायम रखने के लिए गला मिलवाया गया. प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा दोनों पक्षों के लोगों को सख्त हिदायत दी गयी की कोई भी पक्ष कानून को हाथ में लेने का प्रयास न करे और आपसी भाईचारा बनाकर रहे, अन्यथा दोषियो को बख्शा नहीं जाएगा .