Jharkhand News: बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र चतरोचट्टी पंचायत के चतरोचट्टी और बड़की सिधवारा पंचायत को जोड़ने वाली सड़क में लाखों रुपये की लागत से बना पुल बेकार पड़ा है. पिछले दो साल से यह बन कर तैयार है, लेकिन एप्रोच रोड नहीं होने की वजह से यह किसी काम के नहीं रह गया है. इस पुल का इस्तेमाल न होने से लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है.
सात पंचायत के ग्रामीण हो रहे परेशान
प्राप्त जानकारी के अनुसा इस पुल का निर्माण ग्रामीण विकास विभाग की ओर से कराया गया है. इसे बनाने में लाखों रुपये खर्च किये गये हैं. लेकिन दो साल से पुल के दोनों ओर से एप्रोच पथ नहीं बनाने से पुल निर्माण से लाभ कम परेशानी ज्यादा हो रही है. चतरोचट्टी और उससे सटे सात पंचातयों में ग्रामीण हाट लगता है. इस लोकल बाजार तक आने में बड़की सिधवारा पंचायत के लगभग एक दर्जन गावों के लोगों को कई किलोमीटर की दूरी तय करनी होती है. इसी दूरी को कम करने के लिए साल 2020 में नये थाना भवन से दो सौ मीटर की दूरी पर पुल बनाया गया था.
पांच किमी की दूरी रह जाती डेढ किमी
ग्रामीणों के मुताबिक अगर यह पुल इस्तेमाल में आ जाता तो पांच किलोमीटर की दूरी घट कर महज डेढ़ किमी रह जाती. बड़ी बात यह है कि आम सड़क से काफी उंचाई पर पुल बनाया गया है. पुल के दोनों छोर को जोड़ने के लिए एप्रोच पथ बनाना था. जिसे विभाग ने छोड़ दिया. इस वजह से पुल निर्माण कराये जाने का कोई मायने नहीं रह गया. जबतक दोनों ओर से एप्रोच पथ के साथ गार्डवाल का निर्माण ना हो जाये तबतक पूल का निर्माण करने की सार्थकता सिद्ध नहीं होगी. बताते चलें कि पुल के दोनों ओर का एप्रोच पथ बनाने का प्रारूप नाले का रूप ले लिया है.
इन गांव के लोगों के लिए पुल बन सकता है मददगार
ग्रामीणों का कहना है कि एप्रोच पथ बन जाने के बाद रोला,मुरपा,अबांटाड,नावाडीह, भितिया,खखंदो,बुधू टांड, गरवाटांड,तुस्को आदि गांवो के ग्रामीणों को आने जाने में सहुलियत होगी. चतरोचट्टी पंचायत के मुखिया महादेव महतो, सामाजिक कार्यकर्ता प्रेमचन्द रजक, गणपत महतो,दामोदर महतो ने बोकारो के उपायुक्त से जनहित को देखते हुये त्वरित कार्रवाई करते हुए एप्रोच पथ का निर्माण कराये जाने की मांग की है.
रिपोर्ट : नागेश्वर, ललपनिया