बोकारो. बोकारो स्टील प्लांट के ठेका कर्मियों को शुगर, ब्लडप्रेशर के कारण काम से निकाले जाने के खिलाफ प्रस्तावित 11 जुलाई की हड़ताल को सफल बनाने में यूनियन जुटी है. प्लांट में कहीं जनजागरण तो कहीं आम सभा लगातार हो रही है. बुधवार को जय झारखंड मजदूर समाज का एसएमएस व सीसीएस विभाग में जनजागरण कार्यक्रम हुआ, तो इस्पात मजदूर मोर्चा (सीटू) का कोक ओवन बाई प्रोडक्ट प्लांट में मजदूरों की सभा हुई. हक व अधिकार के लिये एकजुट हो हड़ताल को सफल बनाने का संकल्प लिया गया.
बीएसएल के 90% उत्पादन व मुनाफे में ठेका मजदूराें का है योगदान : बीके चौधरी
एसएमएस व सीसीएस विभाग में अध्यक्षता विभागीय यूनियन अध्यक्ष जेएल चौधरी व संचालन विभागीय नेता व संयुक्त महामंत्री एसके सिंह ने किया. मुख्य वक्ता जय झारखंड मजदूर समाज के महामंत्री व नन एनजेसीएस संयोजक बीके चौधरी ने कहा कि जिस तरह बोकारो स्टील प्रबंधन तुगलकी फरमान के माध्यम से 27 मई से 90% उत्पादन व मुनाफे करने वाले स्थानीय मूल वासियों-ठेका कर्मियों को मेडिकल जांच के माध्यम से सुगर व ब्लडप्रेशर के नाम पर काम से निकाला जा रहा है, वह निंदनीय है. श्री चौधरी ने कहा कि सेल के किसी भी प्लांट में जांच नहीं की जा रही है. बोकारो स्टील सेल के बाहर नहीं है, फिर ऐसा क्यों ? सेल के अन्य यूनिटों में यहां के मजदूरो की अपेक्षाकृत दो गुणा अधिक वेतन दिया जा रहा है, जिसका अनुसरण बोकारो स्टील को करना चाहिए, जो नहीं कर रहा है. मौके पर धर्मेंद्र प्रसाद, दिलीप कुमार, बिश्वजीत मोहंती, एस कुमार, ए डब्ल्यू अंसारी, सीके साव, रणधीर प्रसाद सिंह, राजकुमार, सुरेंद्र शर्मा, लक्ष्मण सिंह, हाबु गोप, प्रदीप, विकास, संतोष, रणविजय, शशि, राकेश आदि उपस्थित थे.
मजदूर विरोधी कदम व लंबित मांगों को प्राप्त करने के लिये हड़ताल जरूरी : प्रसाद
उधर, इस्पात मजदूर मोर्चा (सीटू) की ओर से 11 जुलाई की प्रस्तावित हड़ताल को सफल बनाने के लिए कोक ओवन बाई प्रोडक्ट प्लांट के सुदर्शन कैंटीन में ठेका मजदूरों की सभा हुई. अध्यक्षता ठेका मजदूर महेश प्रसाद सिंह ने किया. यूनियन के संयुक्त महामंत्री बीडी प्रसाद ने कहा कि बीएसएल में काम करने वाले सभी प्रकार के ठेका मजदूरों के लिए जीवन और मरण की हड़ताल है. यह हड़ताल प्रबंधन की मजदूर विरोधी कदम के खिलाफ व लंबित मांगों को प्राप्त करने के लिये है. श्री प्रसाद ने कहा कि मेडिकल जांच के नाम पर ‘नॉट फिट फॉर ड्यूटी’ को आधार बनाकर ठेका मजदूरों को काम से बाहर निकालने की मुहिम चला प्रबंधन मजदूरों को डराने की साजिश कर रही है. प्रबंधन के इस साजिश के खिलाफ मजदूरों में काफी आक्रोश है. 20 हजार से ज्यादा ठेका मजदूर बीएसएल में काम कर रहे हैं, जो प्लांट के उत्पादन, निर्माण व सेवा के विभिन्न विभागों में कार्यरत हैं. सभा को संगठन सचिव आरके गोरांई, बृजमोहन प्रसाद, सुरेश साव, देव कुमार, हसनैन आलम ने भी संबोधित किया.
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