संजीव झा, धनबाद: बोकारो स्टील प्लांट (बीएसएल) में प्रमोशन के लिए हुई परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली को लेकर सीबीआई की टीम ने 25 जून को बोकारो के 16 और नोएडा के एक ठिकाने पर छापेमारी की. इस दौरान फर्जी तरीके से पास हुए 16 बीएसएल कर्मियों के घर से कुछ ओएमआर शीट की कॉर्बन कॉपी और 16 मोबाइल फोन जब्त किये गये. परीक्षा लेनेवाले सरकारी उपक्रम ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (बेसिल) के कुछ अधिकारियों की भूमिका की भी जांच हो रही है. इस मामले में बीएसएल के 16 कर्मियों के अलावा बेसिल के कुछ अधिकारियों पर भी केस दर्ज हुआ है.
बोकारो स्टील प्लांट में नॉन एग्जीक्यूटिव से एग्जीक्यूटिव में प्रोन्नति के लिए छह नवंबर 2022 को परीक्षा हुई थी. परीक्षा के आयोजन के लिए बोकारो स्टील प्लांट प्रबंधन ने बेसिल के साथ एमओयू किया था. 103 पदों के लिए परीक्षा चास के कांड्रा स्थित गुरु गोविंद सिंह एजुकेशनल सोसाइटी के टेक्निकल कैंपस में हुई थी.
सीबीआई धनबाद की टीम ने इस मामले को अपने हाथ में लेकर प्रारंभिक जांच की, तो पता चला कि बेसिल ने यह परीक्षा कराने की जिम्मेदारी किसी निजी एजेंसी को दी थी. सीबीआई की टीम ने मंगलवार को बोकारो के 16 तथा नोएडा स्थित बेसिल के कार्यालय में छापेमारी की. इस दौरान बेसिल के दफ्तर से परीक्षा आयोजन को लेकर बीएसएल एवं बेसिल के बीच हुए एमओयू की प्रति जब्त की गयी.
जीरो अंक लानेवाले को दे दिये 100 अंक
परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका की सूचना बीएसएल के तत्कालीन सीजीएम (पी) पवन कुमार को किसी ने दी थी. उन्होंने परीक्षा के बाद 22 अभ्यर्थियों की कॉपी की फोटो कॉपी करा कर रख ली थी. रिजल्ट निकला, तो इन 22 अभ्यर्थियों की कॉपी मंगायी गयी. इससे साफ हो गया कि परीक्षा के परिणाम में गड़बड़ी की गयी है. सूत्रों के अनुसार, परीक्षा में शून्य अंक लानेवाले बलजीत सिंह को 100 अंक दे दिये गये थे. इस तरह कई अभ्यर्थियों के अंक में भी छेड़छाड़ कर उन्हें पास कर दिया गया.