कोयला उद्योग को बचाने के लिए एकजुटता का आह्वान
कोयला उद्योग को बचाने के लिए एकजुटता का आह्वान
कथारा.
सीसीएल कथारा कोलियरी माइंस कैंटीन परिसर में शनिवार को संयुक्त मोर्चा ने मजदूरों के साथ पिट मीटिंग की. यूसीडब्ल्यू के कथारा क्षेत्रीय सचिव मथुरा सिंह यादव ने कहा कि केंद्र सरकार सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को समाप्त करने के लिए गलत नीतियां बना रही है. आज कोल इंडिया का अस्तित्व खतरे में है. इसे बचाने के लिए एमडीओ मोड का विरोध करना होगा. राकोमसं शाखा सचिव मो फारूक ने कहा कि कोयला उद्योग के निजीकरण के खिलाफ सभी ट्रेड यूनियनें मिलकर लड़ रही हैं. इस लड़ाई को और मजबूत व तेज करने की जरूरत है. आरसीएमयू शाखा सचिव इस्लाम अंसारी ने कहा कि कोयला मजदूरों के प्रति सरकार की मंशा साफ नहीं है. श्रम कानूनों में बदलाव कर मजदूरों के अधिकारों का समाप्त कर देना चाहती है. मौके पर रामेश्वर गोप, मदन यादव, सुरेश यादव, मदन लाल यादव, महबूब अंसारी, निसार अहमद, अशफाक खान, केएम सिन्हा, विजय गोप, दशरथ गोप, नागेश्वर यादव सहित कई मजदूर थे. अध्यक्षता रामेश्वर गोप व संचालन मो फारूक ने किया.एमडीओ मोड, रेवेन्यू शेयरिंग व फिक्स टर्म इम्प्लाइज नीति का विरोध
सीसीएल कथारा वाशरी वन फाइव कार्यालय परिसर में एनसीओइ (सीटू) क्षेत्रीय कमेटी ने शनिवार को मजदूरों के साथ पिट मीटिंग की. मौके पर एमडीओ मोड, रेवेन्यू शेयरिंग व फिक्स टर्म इम्प्लाइज नीति का विरोध किया गया. यूनियन के अपर महासचिव सह क्षेत्रीय सचिव पीके विश्वास ने कहा कि कोयला उद्योग के प्रति सरकार की नीतियां ठीक नहीं हैं. संपूर्ण कोयला उद्योग को एमडीओ मोड में देने जा रही है. इसका सीधा असर विभागीय कर्मचारियों पर पड़ेगा. पेंशन, पीएफ, ग्रेच्यूटी, आश्रित परिवार को नौकरी आदि अधिकारों से वंचित हो जायेंगे. इसे बचाना है तो कर्मचारियों को संघर्ष के लिए तैयार रहना होगा. क्षेत्रीय सहायक सचिव कमलेश कुमार गुप्ता ने कहा कि ट्रेड यूनियनों की चट्टानी एकता के बदौलत ही कोयला उद्योग बचा हुआ है. मजदूरों को संघर्ष के लिए तैयार रहना होगा. मौके पर शाखा सचिव नवी हुसैन, शाखा अध्यक्ष सुधीर बारा, मो जमाल, मो लयूम, राजू महतो, इस्लाम अंसारी, फागु मांझी, मो इसहाक, मो इलियास सहित कई मजदूर थे. क्षेत्रीय पदाधिकारियों ने बताया कि 13 अगस्त को स्वांग वाशरी व जीएम यूनिट, 16 अगस्त को कथारा कोलियरी में पिट मीटिंग होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है