Bokaro News : विस्थापितों की कई मांगों पर सीसीएल प्रबंधन सहमत
Bokaro News : विस्थापित संघर्ष समन्वय समिति और सीसीएल प्रबंधन के बीच मंगलवार को सीसीएल मुख्यालय रांची में वार्ता हुई.
बेरमो. विस्थापित संघर्ष समन्वय समिति और सीसीएल प्रबंधन के बीच मंगलवार को सीसीएल मुख्यालय रांची में वार्ता हुई. विस्थापित नेताओं ने कहा कि प्रबंधन द्वारा वार्ता में लिये गये निर्णयों को लागू नहीं किये जाने से समस्याएं विकराल रूप लेती हैं. विस्थापितों का आक्रोश बढ़ता है. इसकी पुनरावृति नहीं होनी चाहिए.
ये मांगें उठायी
विस्थापित नेताओं ने लोधरबेड़ा के विस्थापित श्यामनारायण महतो और डीआरएंडआरडी प्रोजेक्ट से संबंधित वीरेंद्र सिंह व अन्य 16 लोगों को नौकरी देने की मांग की. प्रबंधन ने दो माह का समय लेते हुए इसके निदान का आश्वासन दिया. डीआरएंडआरडी प्रोजेक्ट को चालू करने तथा रैयतों काे बकाया नौकरी व मुआवजा देने की मांग पर प्रबंधन ने कहा कि गांव-गांव में बहुत जल्द कैंप लगा कर बकाया मुआवजा देने के लिए रैयतों से दावा आवेदन मांगा जायेगा. जारंगडीह के विस्थापितों को 400 एकड़ जमीन के एवज में नौकरी व मुआवजा देने की मांग पर प्रबंधन ने जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का भरोसा दिया. गोविंदपुर लोधरबेड़ा के दखलकार रैयतों को नौकरी देने की मांग भी की गयी. पिछरी कोलियरी से संबंधित विस्थापितों को अविलंब नौकरी व मुआवजा देकर कोलियरी चालू करने की बात कही. इस पर प्रबंधन ने कहा कि रैयतों की जमीन का सत्यापन कराने में देरी हो रही है. एरिया प्रबंधन रैयतों को सत्यापन कराने में पूरा सहयोग करेगा. पहले चरण में 458 एकड़ जमीन पर कोलियरी का कार्य करना है. आगे जैसे-जैसे जमीन का सत्यापन होता जायेगा, कोलियरी का विस्तार किया जायेगा. आरएफसीटी एलएंडआरआर एक्ट के तहत वर्तमान बाजार दर का चार गुणा मुआवजा देने की मांग उठायी गयी. इस पर प्रबंधन की ओर से कहा गया कि कानून के मुताबिक ही मुआवजा दिया जायेगा. सीएसआर के तहत गांवों का संपूर्ण विकास करने के सवाल पर अधिकारियों ने कहा कि 25 किमी की परिधि में पड़ने वाले गांवों का विकास किया जायेगा. निर्णय हुआ कि पिछरी पंचायत में पंचायत भवन के समीप एक विवाह भवन और हथियापत्थर मेला स्थल में एक सामुदायिक भवन बनाया जायेगा. बंद अंगवाली कोलियरी को चालू करने पर भी चर्चा हुई. ढोरी में निर्माणाधीन स्टेडियम से संबंधित रैयतों को जमीन के बदले नौकरी व मुआवजा देने और सीसीएल में प्रशिक्षण लेने वाले आइटीआइ प्रशिक्षुओं को रोजगार मुहैया कराने और कोल इंडिया में होने वाली बहालियों में प्राथमिकता देने की मांग की गयी. प्रबंधन ने इस प्रस्ताव को बोर्ड में भेजने की बात कही. कारो और पुरनाटांड़ के विस्थापितों को बकाया अधिकारों को देकर अविलंब पुनर्वास स्थल में शिफ्ट करने के सवाल पर प्रबंधन ने तत्परतापूर्वक कार्रवाई करने की बात कही.
वार्ता में समिति के लखनलाल महतो, काशीनाथ केवट, बिनोद महतो, काशीनाथ सिंह, धनेश्वर महतो, डॉ दशरथ महतो, संजय मल्लाह, अशोक महतो, राजन केवट, विश्वनाथ महतो, चंद्रदेव महतो, मथुरा यादव, गोविंद यादव, कपिलदेव नायक, पवन रजवार, काली सिंह, गोपाल मल्लाह, मोहन महतो, देवनारायण महतो, दिलचंद महतो, टेकलाल महतो, विजय सिंह और प्रबंधन की ओर से मुख्यालय के जीएम पीएंडआइआर नवनीत कुमार, जीएम एलएंडआर एसके झा, चीफ मैनेजर एलआर एस झा, टीएस टू डीपी अशोक कुमार, बीएंडके एरिया जीएम चितरंजन कुमार, कथारा जीएम संजय कुमार, ढोरी जीएम रंजय कुमार सिन्हा आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है