Bokaro News : स्वांग हवाई अड्डा में नहीं, कथारा में इको पार्क बनाने की पहल

Bokaro News : सीसीएल की ओर से इको पार्क का निर्माण स्वांग हवाई अड्डा परिसर की जगह अब कथारा जीएम कार्यालय से सटे कथारा फुटबॉल ग्राउंड के बगल में किया जा सकता है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 12, 2025 12:21 AM

राकेश वर्मा, बेरमो : सीसीएल की ओर से इको पार्क का निर्माण स्वांग हवाई अड्डा परिसर की जगह अब कथारा जीएम कार्यालय से सटे कथारा फुटबॉल ग्राउंड के बगल में किया जा सकता है. सीसीएल कथारा प्रक्षेत्र अंतर्गत स्वांग कोलियरी के अधीन स्वांग हवाई अड्डा परिसर में सीसीएल प्रबंधन ने चार साल पहले तीन करोड़ रुपये से बनने वाले इको पार्क निर्माण के लिए स्थल चयन किया था. दो जुलाई 2020 को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तथा तत्कालीन कोयला खान एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इसका ऑनलाइन शिलान्यास किया था. इसके बाद से ही वर्षों पुराने स्वांग हवाई अड्डा के इस अमूल्य धरोहर को बचाने के लिए स्थानीय लोग गोलबंद हो गये. स्थानीय लोगों के अलावा पंचायत प्रतिनिधि व जनप्रतिनिधियों के लगातार दबाव के बाद अंतत: सीसीएल प्रबंधन ने अपना इरादा बदल लिया है. प्रबंधकीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ माह पूर्व कथारा क्षेत्रीय प्रबंधन ने इको पार्क का स्थल बदलने के लिए मुख्यालय को पत्राचार किया. कथारा जीएम कार्यालय से सटे कथारा फुटबॉल ग्राउंड के बगल में नये स्थल का चयन किया गया है. मुख्यालय ने क्षेत्रीय प्रबंधन को पत्र लिख कर कहा है कि नये स्थल पर इको पार्क के निर्माण को लेकर किसी तरह की रुकावट नहीं है, तो इसका पता कर जवाब भेजे. फिलहाल कथारा क्षेत्रीय प्रबंधन ने जारंगडीह के सर्वे अधिकारी को पत्र भेज कर इस नये स्थल के बाबत पूरी जानकारी मांगी है. इसके बाद कथारा महाप्रबंधक सीसीएल के जीएम सिविल को पत्र प्रेषित करेंगे, तत्पश्चात सीसीएल मुख्यालय से इस नये स्थल को एप्रुवल दिया जायेगा.

क्षेत्र की जनता लगातार कर रही थी विरोध

स्वांग हवाई अड्डा परिसर में इको पार्क बनाने का विरोध स्वांग क्षेत्र की जनता लगातार कर रही थी. सीसीएल सीएमडी, कथारा जीएम, बोकारो डीसी, बेरमो एसडीएम, गोमिया विधायक, पूर्व विधायक तथा गिरिडीह सांसद आदि को इस बाबत लगातार पत्राचार किया. लोगों का कहना था कि वर्ष 1958 में हजारी मोड़ के निकट बना यह हवाई अड्डा क्षेत्र के धरोहर के रूप में है. यदि इसके अस्तित्व को मिटा कर इको पार्क बनाया गया तो क्षेत्र के युवा, बुजुर्ग, महिला, बच्चे सहित स्थानीय पुलिस-प्रशासन के लिए बहुत बड़ी क्षति होगी. क्षेत्र के युवा इस हवाई अड्डा परिसर में प्रतिदिन पुलिस व सेना में बहाली के लिए अभ्यास करते हैं. लोग यहां वाहन चलाना भी सीखते हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह क्षेत्र उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र रहा है. जब कभी भी नक्सलियों के साथ पुलिस या केंद्रीय पुलिस बल की मुठभेड़ हुई तो सेना का हेलिकॉप्टर इसी हवाई अड्डा पर उतरता रहा है और घायल सैनिकों को बेहतर इलाज के लिए तुरंत रांची ले जाया गया है. पूर्व प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, फिल्मी दुनिया के सितारे सहित अन्य प्रमुख लोगों का यहां हेलिकॉप्टर उतरा है. यहां आइइएल कंपनी की जहाज का भी आवागमन होता था.

अब तक की आंदोलनात्मक गतिविधियों पर नजर

स्वांग हवाई अड्डा परिसर में धरना दिया गया. धरनास्थल पर उस समय के पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद पहुंचे थे.

स्थानीय लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल सीसीएल सीएमडी से मिला और स्थल परिवर्तन करने का आग्रह किया.

गोमिया के पूर्व विधायक डॉ लंबोदर महतो के साथ प्रतिनिधिमंडल ने बेरमो के तत्कालीन एसडीएम से मुलाकात की.

गोमिया प्रखंड के हजारी पंचायत वैद्य टोला स्थित मनसा मंदिर के प्रांगण में ग्रामीणों व पंचायत प्रतिनिधियों की बैठक में हर स्तर पर विरोध करने का निर्णय लिया गया. इस बैठक में योगेंद्र महतो भी शरीक हुए थे.

कथारा के तत्कालीन महाप्रबंधक दिनेश गुप्ता से प्रतिनिधिमंडल ने दो बार मुलाकात की.

बोकारो डीसी, बेरमो एसडीएम, सीसीएल के सीएमडी, कथारा के जीएम को सैकड़ों ग्रामीणों ने हस्ताक्षरयुक्त आवेदन प्रेषित किया.

गोमिया के पूर्व विधायक व पूर्व मंत्री माधवलाल सिंह तथा जिप सदस्य आकाश लाल सिंह से भी प्रतिनिधिमंडल मिला. इको पार्क के लिए नये स्थल को लेकर सीसीएल हेडक्वार्टर को क्षेत्रीय प्रबंधन द्वारा पत्राचार किया गया था. कथारा फुटबॉल ग्राउंड के बगल में इसके निर्माण के लिए मंथन किया जा रहा है. कोई रुकावट नहीं हुई तो यहां इको पार्क निर्माण का एप्रुवल हेडक्वार्टर से मिल सकता है.

संजय कुमार, स्टाफ ऑफिसर सिविल, सीसीएल कथारा एरिया

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