पत्नी और बेटे के साथ बोकाराे के नावाडीह में CCL कर्मी ने जहर खाकर किया सुसाइड, जांच में जुटी पुलिस
jharkhand news: बोकारो के नावाडीह थानाक्षेत्र में सीसीएल कर्मी सुकर रजक अपनी पत्नी और बेटे के साथ जहर खाकर आत्महत्या कर लिया. पहली पत्नी की मौत के बाद सुकर ने दूसरी शादी की थी. पहली पत्नी से सुकर के तीन पुत्र और एक पुत्री भी है. इधर, पुलिस ट्रिपल सुसाइड मामले की जांच में जुट गयी है.
Jharkhand news: बोकारो जिला अंतर्गत नावाडीह थाना क्षेत्र के CCL कर्मी सुकर रजक पत्नी और बेटे के साथ जहर खाकर सुसाइड कर लिया. पुलिस ने तीनों के शव को कमरे से बरामद किया है. वहीं, जांच-पड़ताल भी शुरू कर दी है, ताकि सुसाइड करने के कारणों का पता चल सके.
बोकारो के नावाडीह थाना क्षेत्र स्थित आहारडीह पंचायत अंतर्गत गोबरगढ़ा गांव निवासी सह सीसीएल कर्मी सुकर रजक (57 वर्ष), दूसरी धर्मपत्नी गौरी देवी (40 वर्ष) एवं इकलौता पुत्र अभिषेक कुमार (14 वर्ष) का शव गुरुवार को आवास के बैडरूम से पुलिस ने बरामद किया है. मृतका की पहली पत्नी के पुत्र राजू रजक ने पुलिस को बताया कि रात को तीनों ने जहर खाकर आत्महत्या कर लिया है. सूचना मिलते ही नावाडीह थाना के एएसआई याकूब अंसारी, देवनंदन मुर्मू एंव दिनेश सिंह दलबल के साथ पहुंचकर मामले की पड़ताल की तथा शव को अपने कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए चास भेज दिया.
घटना की जानकारी मिलते ही शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के पुत्र अखिलेश महतो राजू, डुमरी प्रमुख यशोदा देवी, कांग्रेस के इमरान अंसारी, झामुमो सचिव सोनाराम हेंब्रम, युवा अध्यक्ष तापेश्वर महतो, बसपा नेता साधु महतो, आजसू के कलाम राय, बॉबी पटेल, विक्की शर्मा आदि पहुंचकर शोकाकुल परिजन को ढांढस बंधाया तथा पुलिस प्रशासन से निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करने की मांग की गयी.
क्या है मामला
मृतक के पुत्र राजू रजक ने बताया कि मां भुखली देवी के मृत्यु के बाद पिता सुकर रजक ने दूसरी शादी गौरी देवी से की, जिससे एक पुत्र अभिषेक कुमार है. वही पहली पत्नी से तीन पुत्र राजू रजक, गोविंद रजक एवं नीलकंठ रजक तथा बहन मालती देवी है. गोविंद रजक परिवार के साथ मकोली में रहता है, जबकि छोटा भाई जमशेदपुर में निजी कंपनी में कार्यरत है. कहा कि परिवार में कभी विवाद नहीं रहा है.
पिता सुकर रजक बेरमो के गोविंदपुर स्थित कोलयरी में लाइनमैन थे. बुधवार को उनकी तबीयत ठीक नहीं रहने के कारण वो काम करने नहीं गये. बुधवार की रात वो घर पर खाना खाकर पत्नी और पुत्र के साथ अपने कमरे में सोने चले गये. वहीं, हम अपनी पत्नी अंजू देवी और पुत्री तृप्ति कुमारी के साथ अपने कमरे में सोने चले गये, जबकि मेरा पुत्र राहुल कुमार बगल के कमरा में सो गया.
सुबह जब माता-पिता नहीं उठे, तो दरवाजा खटखटाया. इसके बाद भी दरवाजा नहीं खुलने पर कुछ शक हुआ और आसपास के लोगों को बुलाकर सूचना देने थाना चले गये. इसी बीच गांव की महिलाओं ने दरवाजा धकेला, तो खुल गया. दरवाजा खुलते ही खटिया पर पिता सुकर रजक, पलंग के नीचे जमीन पर मां गौरी देवी और पुत्र अभिषेक कुमार का शव पड़ा था.
रिपोर्ट: मनोज वर्णवाल, नावाडीह, बोकारो.