चंदनकियारी के तीरंदाज गोल्डी मिश्रा ने आर्चरी चैंपियनशिप में जीता कांस्य
ताइवान में 29 अगस्त से एक सितंबर तक आयोजित हुई थी सेकेंड एशियन यूनिवर्सिटी आर्चरी चैंपियनशिप
बोकारो, चंदनकियारी प्रखंड के युवा तीरंदाज गोल्डी मिश्रा ने ताइवान में कमाल कर दिया है. उन्होंने ताइवान में 29 अगस्त से एक सितंबर तक आयोजित सेकेंड एशियन यूनिवर्सिटी आर्चरी चैंपियनशिप 2024 के रिकर्व कैटेगरी में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए ब्रॉन्ज मेडल जीतकर बोकारो समेत पूरे झारखंड को गौरवान्वित किया है. इस मुकाबले में पहले स्थान पर ताइवान के लियू ताई-येन, दूसरे स्थान पर सिंगापुर के वीजून और तीसरी स्थान पर भारत के गोल्डी मिश्रा रहे.
ओलिंपिक में गोल्ड मेडल लाना लक्ष्य
गोल्डी मिश्रा ने सोमवार को दूरभाष पर प्रभात खबर से बातचीत की. गोल्डी ने बताया कि उन्हें बचपन से एथलेटिक्स को लेकर काफी गहरी रुचि रही है. उनके विद्यालय प्लस टू हाइ स्कूल चंदनकियारी के शिक्षक महेंद्र करमाली ने उन्हें तीरंदाजी प्रतियोगिता के लिए प्रोत्साहित किया. इसके बाद गोल्डी ने विद्यालय में राज्य सरकार की ओर से संचालित तीरंदाजी डे बोर्डिंग प्रशिक्षण केंद्र में तीरंदाजी के गुरु सीखें और जिला और राज्य और राष्ट्रीय स्तरीय विभिन्न तीरंदाजी प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन किया. फिलहाल गोल्डी टाटा आर्चरी एकेडमी में अभ्यास कर रहे हैं. उनका अगला लक्ष्य में ओलिंपिक में गोल्ड मेडल लाना है.
पिता जेसीबी चालक, मां गृहणी
गोल्डी ने अपनी शुरुआती पढ़ाई 10वीं और 12वीं प्लस टू हाई स्कूल चंदनकियारी से पूरी की और वर्तमान में वह लवली प्रोफेशनल यनिवर्सिटी में स्नातक कि पढ़ाई कर रहे हैं. वहीं पारिवारिक पृष्ठभूमि को लेकर गोल्डी ने बताया कि वह मध्यवर्गीय परिवार से हैं. उनके पिता दुलाल मिश्रा जेसीबी संचालक हैं. वहीं मां रेखा देवी गृहणी हैं. उसने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, भारतीय टीम के कोच और सभी खेल प्रेमियों को दिया है. वही गोल्डी की इस सफलता पर बोकारो के तीरंदाजी संघ अध्यक्ष सह गोमिया विधायक लंबोदर महतो, चंदनकियारी विधायक अमर बाउरी, सचिव एंजेला सिंह, झारखंड के तीरंदाजी प्रशिक्षक करण कुमार ने बधाई दी है.
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