विनोद सिन्हा, चंद्रपुरा : बेरमो और नावाडीह की कई पंचायतों को मिला कर नया चंद्रपुरा प्रखंड बनाया गया था. नोटिफिकेशन के बाद 10 नवंबर 2008 को चंद्रपुरा के पुराना मार्केट स्थित सामुदायिक भवन में प्रखंड कार्यालय का उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री शिबू सोरेन ने किया था. उद्घाटन समारोह में तत्कालीन सांसद टेकलाल महतो, बेरमो विधायक योगेश्वरर महतो बाटूल, डुमरी विधायक जगरनाथ महतो सहित पूर्व मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह उपस्थित थे. बाद में चंद्रपुरा-दुगदा मार्ग में नया प्रखंड कार्यालय बनाया गया. चंद्रपुरा प्रखंड के बने 16 साल हो गये, मगर कई विभागों में पदाधिकारी नियुक्त नहीं हो पाये. कई पंचायतों का सर्वांगीण विकास भी नहीं हो पाया. डीवीसी व बीसीसीएल का दुगदा क्षेत्र नोटिफाइड एरिया है, बावजूद यहां पंचायत बनने से सरकारी योजनाओं के कई महत्वपूर्ण काम नहीं हो पाये. दूसरी ओर प्रखंड कार्यालय में आज भी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, प्रखंड कल्याण विभाग पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखंड खेल पदाधिकारी, पंचायती राज पदाधिकारी, गोदाम प्रबंधक सहित बड़ा बाबू, सहायक व आदेशपाल के पद रिक्त हैं. कुछ पद फिलहाल प्रभार में हैं. प्रखंड में 23 पंचायतें है, लेकिन पंचायत सचिवों की संख्या मात्र 13 है. बाल विकास परियोजना में छह सेक्टर हैं, जिसके लिए तीन पर्यवेक्षक काम कर रहे हैं. प्रखंड में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भी नहीं है. अंचल कार्यालय में छह हल्का में मात्र तीन कर्मचारी नियुक्त हैं, जबकि सीआइ का पद प्रभार में है. बीडीओ ईश्वर दयाल महतो का भी कहना है कि प्रखंड में कई विभागों में पदाधिकारी नहीं हैं. प्रखंड स्तरीय पुस्तकालय खोला गया है, जिसके लिए 34 सौ पुस्तकें मंगायी गयी हैं. यह पुस्तकालय आने वाले समय में दुगदा में शिफ्ट होगा. चंद्रपुरा प्रखंड की 14 पंचायतें बेरमो विधानसभा और नौ पंचायतें डुमरी विधानसभा क्षेत्र में आती हैं. बेरमो विधानसभा में आने वाली अधिकतर पंचायतें औद्योगिक क्षेत्र में हैं. तारमी, तुरियो पंचायत का कुछ भाग भंडारीदह (सेल) व सीसीएल में आता है, जबकि चंद्रपुरा डीवीसी क्षेत्र में रांगामाटी, पूर्वी, पश्चिमी व दक्षिणी पंचायत आती हैं. दक्षिणी पंचायत में कुछ भाग ग्रामीण क्षेत्र है, जहां योजनाओं पर कुछ काम हो जाता है. मगर रांगामाटी पूर्वी व पश्चिमी पंचायत पूरी तरह से डीवीसी क्षेत्र में है और यहां पीएम आवास सहित कई महत्वपूर्ण योजनाओं का काम नहीं हो पाता है. दुगदा क्षेत्र की चार पंचायतें बीसीसीएल एरिया में हैं. इन पंचायतों के लोगों की अपेक्षाएं पूरी नहीं हो पायी. ग्रामीण क्षेत्रों में हुए कामों में हमेशा अनियमितता की शिकायत मिलती रहती है. अगस्त माह में ही नर्रा पंचायत में अबुआ आवास योजना में अनियमितता को लेकर बीडीओ ने मुखिया व पंचायत सचिव से स्पष्टीकरण मांगा था.
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