Coal Reserve In Jharkhand, रांची न्यूज (मनोज सिंह) : देश में सबसे अधिक नया कोल रिजर्व छत्तीसगढ़ में मिला है. हाल में जारी हुई रिपोर्ट के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में पिछले तीन साल के भीतर 12226 मिलियन टन कोल रिजर्व का पता चला है. वहीं, कुल कोल रिजर्व के मामले में झारखंड अब भी देश में पहले स्थान पर है.
झारखंड में 2450 मिलियन टन कोल रिजर्व का पता चला है. वित्तीय वर्ष 2020-21 में छत्तीसगढ़ की खदानों से सबसे अधिक 127.09 मिलियन टन व झारखंड से 113.01 मिलियन टन कोयला निकाला गया था. छत्तीसगढ़ में 2018 में कोल रिजर्व 57206 मिलियन टन था, यह बढ़ कर 69432 हो गया है. यहां कोयले के कई नये भंडार मिले हैं. कुल कोल रिजर्व में छत्तीसगढ़ का स्थान तीसरा है. झारखंड में कोयले का कुल भंडार 85602 मिलिटन टन का है. 2018 में यह 83152 मिलियन टन था. देश में 344021 मिलियन टन कोयला होने का अनुमान है.
पिछले तीन साल में ओड़िशा में कोयले के भंडार में 5357 मिलियन टन की वृद्धि हुई है. यहां 2018 में 80840 मिलियन टन भंडार था. यह बढ़ कर 84652 मिलियन टन हो गया है. इसके अतिरिक्त पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, बिहार, सिक्किम और असम में भी कोयला का भंडार है. यहां कुल 342379 मिलियन टन कोयले का भंडार है. अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और नागालैंड में भी आंशिक कोयले का भंडार है.
जिला खनन फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) से सबसे अधिक राशि ओड़िशा को मिल रही है. ओड़िशा को अब तक 12513 करोड़ रुपये मिल चुके हैं. इसमें सबसे अधिक 9497 करोड़ रुपये कोयला और लिग्नाइन को छोड़ अन्य स्त्रोतों से मिले हैं. कोयला और लिग्नाइट से ओड़िशा को करीब 2952 रुपये मिले हैं. वहीं, झारखंड को इस फंड से करीब 6631 करोड़ रुपये मिले हैं. इसमें कोयला से 4852 तथा कोयला और लिग्नाइट छोड़ अन्य मिनरल से करीब 1470 करोड़ रुपये मिले हैं. इसी तरह माइनर मिनरल्स से करीब 311 करोड़ रुपये झारखंड को मिले हैं. छत्तीसगढ़ को 6826 करोड़ रुपये इस फंड से मिले हैं.
राज्यवार उत्पादन व रिजर्व (मिलियन टन में )
राज्य रिजर्व उत्पादन
छत्तीसगढ़ 69432 127.09
झारखंड 85602 113.01
ओड़िशा 84652 112.91
Posted By : Guru Swarup Mishra