बेरमो में संरक्षित तरीके से हो रही कोयले की तस्करी का भंडाफोड़, 250 टन अवैध कोयला जब्त
बेरमो एसडीएम और एसडीपीओ ने छापेमारी कर संरक्षित तरीके से हो रही कोयला तस्करी का भंडाफोड़ किया. साथ ही 250 टन अवैध कोयला और कोयला वजन करने की मशीनें भी जब्त की गई.
बेरमो (बोकारो), संजय कुमार मिश्रा: बोकारो जिला के बेरमो में संरक्षित तरीके से कोयला तस्करी की जा रही थी. बेरमो एसडीएम शैलेश कुमार सिन्हा और एसडीपीओ वशिष्ठ नारायण सिंह ने इसका भंडाफोड़ किया है. बेरमो एसडीएम और एसडीपीओ ने जरीडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत बहादुर के बालुडीह स्थित अवैध कोयला के डीपू पर रविवार की रात छापेमारी की और अवैध कोयला तस्करी का भंडाफोड़ किया. दरअसल, अधिकारियों को गुप्त सूचना मिली थी कि इन दिनों बालुडीह से व्यापक पैमाने पर अवैध कोयला का कारोबार संरक्षित तरीके से किया जा रहा है. इतना ही नहीं कोयला तस्करों को कुछ अधिकारियों का संरक्षण भी प्राप्त है.
इसी सूचना के आधार पर बोकारो के बेरमो अनुमंडल के दोनों पदाधिकारियों ने रविवार की रात बालुडीह में छापेमारी कर डीपू से लगभग ढाई सौ टन अवैध कोयला जब्त किया. साथ ही कोयले के वजन लिए रखी मशीनें भी जब्त कर लीं. पदाधिकारियों ने कोयला जब्त कर जरीडीह थाना को सौंप दिया है. मालूम हो कि बालुडीह के उक्त डीपू में जमा किया गया अवैध कोयला पेटरवार थाना के अंगवाली, खेतको और बोकारो थर्मल थाना के जारंगडीह रेलवे साइडिंग व कोलियरी से बाइक और छोटे वाहनों के द्वारा लाया जाता था. ट्रकों द्वारा डीपू से कोयला बंगाल के पुरुलिया और धनबाद आदि जगहों पर भी भेजा जाता था. छापेमारी के बाद कोयला के अवैध कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है.
Also Read: जमशेदपुर : टाटा स्टील को मिले कोयला खदानों के लिए 5 स्टार रेटिंग श्रेणी में 9 पुरस्कार