देश की आर्थिक व्यवस्था, जनतांत्रिक ढांचा, संसदीय जनवाद व सामाजिक संस्कृति पर गंभीर खतरा पैदा हो गया है. जीरो भ्रष्टाचार की बात करने वाले प्रधानमंत्री हिंडनबर्ग द्वारा उद्घाटित अदाणी का महा घोटाला पर चुप्पी साधे हुए हैं. जांच कराने को भी तैयार नहीं है. कोयला मजदूरों के वेज रिवीजन में 19 प्रतिशत एमजीबी के फैसले को सरकार द्वारा रोका जाना गलत है. जरूरत पड़ी तो कोयला मजदूर अपना वेज रिवीजन अपनी शक्ति से कराने के लिए विवश होंगे.
ये बातें राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेंद्र कुमार ने बोकारो के सेक्टर दो कला केंद्र में एटक के तीन दिवसीय झारखंड राज्य सम्मेलन दूसरे दिन शनिवार को प्रतिनिधि सत्र को संबोधित करते हुए कही. इसके पूर्व राष्ट्रीय ध्वज व एटक ध्वज उत्तोलन के साथ शहीदों को श्रद्धांजलि दी गयी. सत्र का उद्घाटन राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेंद्र कुमार ने किया.
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स्वागत यूनियन महामंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह ने किया. उन्होंने सेल के मजदूरों के वेज रिवीजन, 39 माह का एरियर व ग्रेच्युटी जैसे लंबित मुद्दों पर चिंता व्यक्त की. ऐसी चुनौती का मुकाबला करने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता पर बल दिया. कहा कि प्लांट के उत्पादन व उत्पादकता से जुड़े ठेका मजदूरों को न्यूनतम वेतन भी नहीं मिलता है. मिनिमम वेज मांगने पर गेट पास छीन लिया जाता है. इस मुद्दे पर जोरदार आंदोलन किया जायेगा. राज्य महासचिव पीके गांगुली ने चार साल का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया. आने वाले दिनों में गंभीर चुनौतियों से निबटने के लिए मजदूर वर्ग की एकजुटता पर जोर दिया.
सम्मेलन में संचालन समिति, प्रमाण समिति, प्रस्ताव समिति, मिनट्स कमेटी का गठन किया गया. नजरुल हसन खान का 51वां शहादत दिवस मनाया गया. श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए अधूरे कार्यों को पूरा करने का संकल्प लिया गया. सत्र को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विद्यासागर गिरि, रामस्वरूप पासवान, विंध्याचल बेदिया, रामाश्रय प्रसाद सिंह, सपन कुमार घोषाल, सोनिया देवी, रोशन लाल चौधरी, सीता सोरेन, शत्रुघ्न महतो ने संबोधित किया. सम्मेलन का समापन रविवार को होगा.
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