BOKARO NEWS : बेरमो विस : सवा नौ हजार कोलकर्मी चुनाव में निभायेंगे निर्णायक भूमिका

BOKARO NEWS : 20 नवंबर को होने वाले बेरमो विधानसभा चुनाव में करीब सवा नौ हजार कोलकर्मियों और उनके परिवार की निर्णायक भूमिका होगी.

By Prabhat Khabar News Desk | October 28, 2024 9:56 PM

राकेश वर्मा, बेरमो : 20 नवंबर को होने वाले बेरमो विधानसभा चुनाव में करीब सवा नौ हजार कोलकर्मियों और उनके परिवार की निर्णायक भूमिका होगी. बेरमो कोयलांचल के सीसीएल का बीएंडके, ढोरी व कथारा एरिया है. इन तीनों एरिया में डेढ़ दर्जन कोलियरियां व तीन बड़ी वाशरियां हैं. दुगदा में बीसीसीएल की कोल वाशरी है. सीसीएल के उक्त तीनों एरिया में 9231 कर्मी कार्यरत हैं. कथारा एरिया में 3981, बीएंडके में 2437 तथा ढोरी में 3226 कर्मी हैं. बेरमो विस में सीसीएल के कथारा एरिया के तहत कथारा जीएम यूनिट कथारा कोलियरी, कथारा वाशरी, स्वांग वाशरी, स्वांग कोलियरी, गोविंदपुर परियोजना, जारंगडीह कोलियरी, जारंगडीह आरआर शॉप, रिजनल स्टोर जारंगडीह आता है. इसमें कुछ वोटर गोमिया विस क्षेत्र में आते हैं. बीएंडके एरिया के तहत खासमहल कोनार परियोजना, बोकारो कोलियरी, करगली कोलियरी, कारो परियोजना, करगली वाशरी, एरिया एकाउंट ऑफिस गांधीनगर, जीएम यूनिट करगली आता है. ढोरी एरिया में ढोरी जीएम यूनिट, एरिया एकाउंट ऑफिस ढोरी, तारमी परियोजना, ढोरी कोलियरी, कारीपानी, कल्याणी परियोजना, अमलो परियोजना आती है. इसके अलावा सीसीएल का कथारा व स्वांग कोल वाशरी और बीसीसीएल की दुगदा कोल वाशरी व दामोदा कोलियरी है. बेरमो विधानसभा में सीसीएल के तीनों एरिया में करीब सवा नौ हजार कर्मी हैं.

किसी न किसी यूनियन से जुड़े हैं कोलकर्मी

प्रत्येक कर्मी के परिवार में पांच सदस्य हैं तो इस हिसाब से करीब 50 हजार लोग होते हैं. इसके अलावा असंगठित मजदूर, रिटायर कोलकर्मी सहित सीसीएल के माइंस व आवासीय परिसर में रहने वाले अन्य लोगों की संख्या भी 30-40 हजार से ज्यादा है. बेरमो विस क्षेत्र में सीसीएल की परियोजनाओं में काम करने वाले कर्मी किसी न किसी यूनियन के सदस्य हैं. हालांकि यहां शुरू से ही इंटक व एटक का वर्चस्व रहा है. इसके अलावा एचएमएस, बीएमएस व सीटू जैसी सेंट्रल ट्रेड यूनियनों का कार्यक्षेत्र भी है. अन्य श्रमिक संगठनों में एक्टू, झाकोमयू, झाकोश्रयू, अखिल झारखंड श्रमिक संघ, एचएमकेपी आदि हैं. इस चुनाव में कांग्रेस से खड़े कुमार जयमंगल राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन एवं राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन (इंटक) के अध्यक्ष हैं. एटक भाकपा से और सीटू माकपा से जुड़ा संगठन है. भारतीय मजदूर संघ एवं एचएमएस किसी राजनीतिक दल का हिस्सा नहीं है. हालांकि दोनों का झुकाव ज्यादा भाजपा के पक्ष में रहता आया है. अखिल झारखंड श्रमिक संगठन आजसू पार्टी से जुड़ा है.

डीवीसीकर्मियों की भी है बड़ी तादाद

बेरमो विधानसभा क्षेत्र में डीवीसी के बीटीपीएस व सीटीपीएस में भी काफी संख्या में कर्मी कार्यरत हैं. लगभग एक हजार डीवीसी कर्मी हैं. दोनों जगह में तीन हजार से ज्यादा सप्लाई मजदूर सहित एएमसी-एआरसी मजदूरों की संख्या है. यानि दोनों प्रतिष्ठानों के करीब चार हजार कर्मी व उनके परिवार मतदान में हिस्सा लेंगे.

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