Complete Lockdown In Jharkhand : झारखंड में आज कंप्लीट लॉकडाउन, बेवजह घरों से नहीं निकलें, सिर्फ इन्हें मिली है पाबंदियों से रियायत
Complete Lockdown In Jharkhand, रांची न्यूज : कोरोना के मद्देनजर झारखंड में लागू स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत आज रविवार (27 जून) को संपूर्ण लॉकडाउन है. यह शनिवार शाम चार बजे से शुरू हो गया है और सोमवार सुबह छह बजे तक रहेगा. लॉकडाउन में स्वास्थ्य सेवा से जुड़ी दुकानें, दूध के स्टोर, नर्सिंग होम, अस्पताल आदि खुले रहेंगे. वहीं सब्जी, फल व किराना दुकानें सहित अन्य दुकानें बंद रहेंगी. सरकार की ओर से जारी पाबंदियां भी बरकरार रहेंगी. बाकी दिनों में हर रोज शाम चार बजे तक सभी दुकानों को खोलने की इजाजत है.
Complete Lockdown In Jharkhand, रांची न्यूज : कोरोना के मद्देनजर झारखंड में लागू स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत आज रविवार (27 जून) को संपूर्ण लॉकडाउन है. यह शनिवार शाम चार बजे से शुरू हो गया है और सोमवार सुबह छह बजे तक रहेगा. लॉकडाउन में स्वास्थ्य सेवा से जुड़ी दुकानें, दूध के स्टोर, नर्सिंग होम, अस्पताल आदि खुले रहेंगे. वहीं सब्जी, फल व किराना दुकानें सहित अन्य दुकानें बंद रहेंगी. सरकार की ओर से जारी पाबंदियां भी बरकरार रहेंगी. बाकी दिनों में हर रोज शाम चार बजे तक सभी दुकानों को खोलने की इजाजत है.
लॉकडाउन के दौरान मूवमेंट पर रोक नहीं है, लेकिन प्रशासन ने लोगों से बेवजह घर से नहीं निकलने की अपील की है. लॉकडाउन के दौरान चौक-चौराहों पर पुलिस व प्रशासन की पैनी नजर रहेगी. इसके लिए जगह-जगह पुलिस बलों की तैनाती की गयी है. जिलों की सीमा पर भी चेक पोस्ट लगाये गये हैं. निजी वाहन से एक जिले से दूसरे जिले जाने व दूसरे राज्य जाने व वहां से आने पर ई-पास लेना आवश्यक होगा. राज्य के अंदर व्यावसायिक वाहन से अगर आप कहीं जाते हैं, तो ई-पास लेने की जरूरत नहीं होगी व्यावसायिक वाहन से राज्य से बाहर भी बिना ई-पास के जा सकेंगे, लेकिन राज्य के अंदर आने पर ई-पास लेना होगा. कुछ अपवादों को छोड़ दूसरे राज्य से झारखंड आनेवालों को सात दिन होम कोरेटिन में रहना अनिवार्य होगा.
Also Read: नहीं मिली सहमति, तो वर्ल्ड रेस वॉकिंग चैंपियनशिप की मेजबानी से चूक जायेगा झारखंड
ये खुले रहेंगे पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी, सीएनजी पंप खुले रहेंगे. वहीं निर्माण, खनन, औद्योगिक व कृषि कार्य की छूट है. मालवाहक वाहन भी आ-जा सकेंगे. रेस्टोरेंट से होम डिलिवरी की छूट है. इसके अलावा अंतिम संस्कार में अधिकतम 20 व्यक्ति शामिल हो सकते हैं.
Also Read: नक्सलियों के गढ़ गोसाइकोना में सात दशक बाद बिखरी विकास की रोशनी, अब बिजली की रोशनी में पढ़ रहे बच्चे
Posted By : Guru Swarup Mishra