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सीसीएल में ठेका मजदूरों की हालत बंधुआ मजदूर जैसी : कमलेश

जनता मजदूर संघ बीएंडके क्षेत्र के रीजनल कमेटी की समीक्षा बैठक

By Prabhat Khabar News Desk | July 26, 2024 12:39 AM

प्रतिनिधि, फुसरो.

जनता मजदूर संघ बीएंडके क्षेत्र रीजनल कमेटी की एक दिवसीय समीक्षा बैठक गुरुवार को कल्याण मंडप करगली में हुई. अध्यक्षता क्षेत्रीय अध्यक्ष राहुल कुमार और संचालन मो खुर्शीद ने किया. मुख्य अतिथि जमसं के सीसीएल सलाहकार समिति सदस्य सह सीसीएल अध्यक्ष कमलेश सिंह ने मजदूरों व सदस्यों की समस्याओं को सुनकर निदान का भरोसा दिलाया. श्री सिंह ने कहा कि सभी को मिलकर संगठन के दायित्व को निभाने की जरूरत है. पूरे सीसीएल में मजदूरों के समक्ष पेयजल, सेवानिवृत्ति, सीएमपीएफ, ग्रेच्यूटी, प्रमोशन, क्वार्टर मरम्मत, वेतन कटौती, सुविधा, विस्थापित, प्रदूषण सहित दर्जनों समस्याएं हैं, जिसके निदान की दिशा में प्रबंधन पहल करें. कोयला उत्पादन में प्रबंधन मनोवैज्ञानिक दबाव बनाती है और हाईपावर कमेटी के नियमों का पालन नहीं करती है. कहा कि ठेका मजदूर की बदौलत ही सीसीएल का कोयला उत्पादन दिनों दिन बढ़ रहा है. सीसीएल प्रबंधन और ठेकेदार के गठजोड़ ने ठेका मजदूर की हालत बंधुआ मजदूर जैसी कर दी है. मजदूरों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जायेगा. जरूरत पड़ने पर मजदूरों के हक-अधिकार के लिए आंदोलन किया जायेगा.

रीजनल सचिव ओम प्रकाश सिंह और रीजनल कमेटी के सदस्य सह सीसीएल सेफ्टी बोर्ड सदस्य रवींद्र सिंह ने कहा कि कोयला उद्योग में कार्यरत ठेका मजदूरों की स्थिति बद से बदतर है. चाहे उनके मजदूरी भुगतान का मामला हो या फिर अन्य सुविधा का मामला हो. एक भी एग्रीमेंट को आज तक प्रबंधन ने सही रूप से लागू नहीं किया है. इसकी आवाज जमसं हमेशा से उठाता आया है और आगे भी उठाने का काम करेगा. कहा कि आने वाले दिनों में जमसं एक मजबूत यूनियन के रूप में उभर कर सामने आयी है. यूनियन नेताओं ने कहा कि बीएंडके क्षेत्र में आउटसोर्सिंग कंपनी के अधीन कार्यरत ठेका मजदूरों की स्थिति बुरी है. ठेका मजदूरों की हाजिरी फार्म बी व सी रजिस्टर में नहीं बनती. इनका वीटीसी व आइएमइ नहीं कराया जाता है. जो सरासर माइंस एक्ट का उल्लंघन है. ठेका मजदूरों का पीएफ भी जमा नहीं हो रहा है. उन्हें हाई पावर कमेटी की अनुशंसा का लाभ सही रूप से नहीं मिलता है. कहा कि कोयला खदान की स्थिति भी काफी बदहाल है. कोयला निकासी को न तो पर्याप्त उपकरण, मशीनरी है और न ही स्टाफ है. प्रबंधन को सिर्फ कोयला उत्पादन करने से मतलब है. डीजीएमएस के नियमों का प्रबंधन उल्लंघन कर कोयला उत्पादन कर रही है. संघ की सदस्यता बढ़ाने एवं संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया गया. इस दौरान रीजनल कमेटी के सदस्यों ने करगली फिल्टर प्लांट का निरीक्षण किया. मौके पर सीसीएल वेलफेयर बोर्ड सदस्य सुखदेव प्रसाद, रीजनल उपाध्यक्ष अशोक शर्मा, रीजनल उपाध्यक्ष गोल्डन प्रसाद यादव, ढोरी क्षेत्रीय सचिव विकास सिंह, अध्यक्ष धीरज पांडेय, शंकर नायक, राजेश नायक, संतोष कुमार, विनोद कुमार शर्मा, भुलन सिंह, उज्जवल मुखर्जी, मैनाक मुखर्जी, कृष्णा राम, एमके मंडल देवाशीष बनर्जी, हरिलाल, मनोज प्रताप सिंह, राजेश यादव, आरिफ असलम, पुष्पांजलि तिवारी आदि मौजूद थे.

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