Bokaro News : सीसीएल बीएंडके क्षेत्र के एकेके ओसीपी माइंस विस्तार के तहत बरवाबेड़ा बस्ती के विस्थापन को लेकर गुरुवार को करगली के कल्याण मंडप में त्रिपक्षीय बैठक हुई. बैठक में बेरमो एसडीएम मुकेश मछुआ, बीएंडके जीएम चितरंजन कुमार, बेरमो सीओ संजीत कुमार, सीसीएल प्रबंधन, रैयत, ग्रामीण एवं विस्थापित मौजूद रहे. गोविंदपुर मौजा अंतर्गत फेस टू में बरवाबेड़ा विस्थापितों को पुनर्वास को लेकर कई बार ग्रामीणों के साथ बैठक हुई थी. जहां गोविंदपुर मौजा के ग्रामीणों द्वारा मांग रखी गई थी कि पूर्व के सीसीएल समझौता एवं एग्रीमेंट के तहत अभी तक 21 लोगों को नियोजन एवं मुआवजा सीसीएल द्वारा नहीं दिया गया है. जब तक उनलोगों को नियोजन प्राप्त नहीं होती है, तब तक वहां पुनर्वास नहीं होने दिया जायेगा. इस मामले को लेकर सीसीएल प्रबंधन एवं बेरमो अंचलाधिकारी द्वारा रैयतों से अपनी जमीन की दावेदारी एवं सत्यापन तथा पूर्व में सीसीएल के साथ क्या एग्रीमेंट हुआ था. सभी दस्तावेज दिखाने के लिए कहा गया. जहां प्रफुल्ल ठाकुर, बालेश्वर यादव, बीरेंद्र प्रसाद आदि रैयतों ने कहा कि 1980 में 178 एकड़ जमीन सीसीएल अधिग्रहीत की गयी, जिसके एवज में 84 रैयतों को नियोजन मिलनी चाहिए थी. सीसीएल सिर्फ 63 लोगों को नियोजन दिया है. 21 लोगों का नियोजन अभी भी बाकी है. बैठक के दौरान एसडीएम मुकेश मछुआ ने कहा कि विस्थापितों को उनका हक दिलाने में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी. उन्होंने कहा कि सीसीएल प्रबंधन को नियमानुसार सभी विस्थापितों को उचित मुआवजा, पुनर्वास और नौकरी देनी होगी. इसके लिए जमीन संबंधित दस्तावेजों को सत्यापित कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. सीओ संजीत कुमार ने बताया कि 11 फरवरी से बरवाबेड़ा की शिफ्टिंग प्रक्रिया शुरू होगी, जिसमें सभी को सहयोग करना होगा. उन्होंने कहा कि जो लोग कार्य में बाधा डालेंगे, उन पर कार्रवाई की जायेगी. बीएंडके जीएम चित्तरंजन कुमार ने बताया कि सीसीएल विस्थापितों की समस्याओं के समाधान के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. पीओ केएस गेवाल ने कहा कि सीसीएल विस्थापितों के लिए शिक्षा, रोजगार, पेयजल, स्वास्थ्य और खेल सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है. शिफ्टिंग स्थल को सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ विकसित किया जायेगा. बैठक में बोकारो थर्मल इंस्पेक्टर शैलेंद्र कुमार, गांधीनगर थाना प्रभारी पिंटू मेहता, बीएंडके एसओ पीएंडपी एसके झा, भू-राजस्व पदाधिकारी बीके ठाकुर, एसओपी विनय रंजन टुडू, कार्मिक प्रबंधक पीएन सिंह, नोडल ऑफिसर दीपक कुमार, विस्थापितों की ओर से हाजी इदरीश असांरी, तजमुल अंसारी, बालेश्वर यादव, बीरेंद्र प्रसाद, मो साहिल रजा, उमेश कुमार, जितेंद्र कुमार, मो महबूब, अशरफ, संजय कुमार, महेंद्र ठाकुर सहित सैकड़ों ग्रामीण और विस्थापित मौजूद थे. बैठक में गांव के ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं रखीं, जिनका समाधान करने का आश्वासन दिया गया. इस मौके पर बोकारो थर्मल इंस्पेक्टर शैलेंद्र कुमार, गांधीनगर थाना प्रभारी पिंटू मेहता, बीएंडके एसओ पीएंडपी एसके झा, भू-राजस्व पदाधिकारी बीके ठाकुर, एसओपी विनय रंजन टुडू, कार्मिक प्रबंधक पीएन सिंह, नोडल ऑफिसर दीपक कुमार, विस्थापितों की ओर से हाजी इदरीश असांरी, तजमुल अंसारी, बालेश्वर यादव, बीरेंद्र प्रसाद, मो साहिल रजा, उमेश कुमार, जितेंद्र कुमार, मो महबूब, अशरफ, संजय कुमार, महेंद्र ठाकुर सहित सैकड़ों ग्रामीण और विस्थापित मौजूद थे.
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