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झारखंड : बेरमो के जरीडीह बाजार से चलकरी के बीच पुल निर्माण की मिली हरी झंडी, लोगों ने ली राहत की सांस

बेरमो की प्रमुख व्यावसायिक मंडी जरीडीह बाजार से पेटरवार प्रखंड के चलकरी के बीच दामोदर नद पर पुल निर्माण की हरी झंडी मिल गयी है. बेरमाे विधायक का प्रयास रंग लाया है. यहां पर पुल बनने की बरसों पुरानी मांग अब पूरी होने से लोगों ने राहत की सांस ली है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2023 3:58 PM

बेरमो (बोकारो), राकेश वर्मा : बोकारो जिला अंतर्गत बेरमो की प्रमुख व्यावसायिक मंडी बेरमो प्रखंड के जरीडीह बाजार से पेटरवार प्रखंड के चलकरी के बीच दामोदर नद पर पुल निर्माण को लेकर प्रशासनिक स्वीकृति मिल गयी है. सरकार के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह ने 19 जुलाई, 2023 को महालेखाकार, झारखंड रांची को पत्र भेजकर इस पुल निर्माण कार्य की प्रशासनिक स्वीकृति दिये जाने की जानकारी दी है. पत्र में कहा गया है कि ग्रामीण विकास विभाग, विशेष प्रमंडल बोकारो अंतर्गत मुख्यमंत्री ग्राम सेतु योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 में बोकारो जिला के बेरमो प्रखंड के जरीडीह बाजार एवं पेटरवार प्रखंड के चलकरी के बीच पुल निर्माण कार्य की प्रशासनिक स्वीकृति दी जाती है. प्रशासनिक स्वीकृति की राशि 22,54,36,100 (22 करोड़ 54 लाख 36 हजार एक सौ रुपये) रुपये होगी.

बेरमो विधायक का प्रयास रंग लाया

मालूम हो कि आठ जून, 2021 को बेरमो विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने ग्रामीण विकास, झारखंड सरकार के सचिव को पत्र लिखकर बेरमो प्रखंड के जरीडीह बाजार एवं पेटरवार प्रखंड के चलकरी के अलावा जरीडीह प्रखंड की चिलगड्डा पंचायत के ग्राम सुंदरो और गोपालपुर के बीच इजरी नदी पर पुल का निर्माण किये जाने की मांग की थी. पत्र में विधायक श्री सिंह ने कहा था कि दोनों पुल का निर्माण हो जाने से बेरमो, पेटरवार, जरीडीह प्रखंड के आसपास के लोगों को आवागमन में काफी सहूलियत होगी. इसमें जरीडीह प्रखंड के चिलगड्डा पंचायत के ग्राम सुंदरो और गोपालपुर के बीच इजरी नदी पर पुल का निर्माण कार्य कई माह पहले ही शुरू हो चुका है. जबकि जरीडीह बाजार एवं चलकरी के बीच दामोदर नदी पर पुल की भी प्रशासनिक स्वीकृति 19 जुलाई को मिल गयी है.

दामोदर नदी पर फिलहाल बने हैं पांच पुल

झारखंड राज्य निर्माण वर्ष 2000 के बाद बेरमो विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न स्थानों पर दामोदर नदी के ऊपर पांच बड़े-बड़े पुल का निर्माण किया गया. वर्ष 2007-08 में गिरिडीह के तात्कालीन सांसद स्वर्गीय टेकलाल महतो एवं बेरमो के तात्कालीन विधायक योगेश्वर महतो बाटुल के कार्यकाल में जारंगडीह से खेतको दामोदर नदी के ऊपर विशेष प्रमंडल से करोड़ों की लागत से पुल का निर्माण हुआ. इसके बाद पूर्व मंत्री स्वर्गीय राजेंद्र प्रसाद सिंह ने 23 फरवरी, 2014 में साढ़े दस करोड़ की लागत से चलकरी व रामबिलास उच्च विद्यालय के मध्य दामोदर नद पर पुल निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था. इसके बाद बेरमो के पूर्व विधायक योगेश्वर महतो बाटुल ने करगली फिल्टर प्लांट से चलकरी के मध्य दामोदर नदी पर 2014-15 में 36 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण कराया. इसके बाद विशेष प्रमंडल द्वारा अंगवाली से फुसरो के मध्य 2007-8 में बेरमो के पूर्व विधायक योगेश्वर महतो बाटुल ने पुल का निर्माण कराया. भंडारीदह-तांतरी के मध्य दामोदर नद पर भी 34 करोड़ की लागत से पूर्व मंत्री स्वर्गीय जगरनाथ महतो व पूर्व विधायक योगेश्वर महतो बाटुल के प्रयास से पुल का निर्माण हुआ.

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20 किमी के दायरे में दामोदर नद पर हैं चार पुल

बेरमो विधानसभा क्षेत्र में मात्र 20 किमी के दायरे में दामोदर नद पर तीन बड़े-बड़े पुल हैं, जिसमें एक जारंगडीह से खेतको के बीच, दूसरा रामबिलास उवि से चलकरी के बीच, तीसरा करगली फिल्टर प्लांट से चलकरी के बीच तथा चौथा भंडारीदह से तांतरी के बीच पुल का निर्माण कराया गया है, जबकि वर्ष 2000 के पहले इस क्षेत्र में एक भी पुल नहीं रहने से दामोदर नद के दूसरे छोर में रहने वाले लोगों का बेरमो प्रखंड के इलाके से संपर्क पूरी तरह कटा हुआ था. लोगों को कई किमी दूर घूमकर इस क्षेत्र में आना पड़ता था, लेकिन अब कई पुल के बन जाने से लोगों को काफी सहूलियत हो गयी है. अब इसी 20 किमी के दायरे में जरीडीह बाजार व चलकरी के मध्य भी पांचवें पुल के निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति मिल गयी है.

डीआरएंडआरडी का डेंजर पुल देता है डेथ की गारंटी

मालूम हो कि 80 के दशक में जब सीसीएल के बीएंडके एरिया में डीआरएंडआरडी परियोजना की नींव पड़ी थी, तब जारंगडीह-चलकरी होते हुए फुसरो तक रेलवे लाइन को मोड़ने के उद्देश्य से करोड़ों की लागत से पुल बनाने का काम शुरू हुआ था, लेकिन न तो आज तक रेल लाइन मुड़ी और ना ही इस रूट से रेल परिचालन का सपना ही साकार हो सका. रेलवे द्वारा जरीडीह बाजार व चलकरी के बीच करोड़ों की लागत से अर्द्धनिर्मित पुल दामोदर नद के ऊपर बनाया गया. इसके बाद बीएंडके प्रबंधन ने एक ओर से आवागमन के लिए कुछ वर्ष पहले पुल पर स्लैब बैठाया. उसके बाद सीसीएल प्रबंधन की ओर से ही चलकरी से जरीडीह जाने के लिए पुल की बायीं तरफ से रैलिंग भी लगायी गयी है. अभी भी यह पुल काफी खतरनाक स्थिति में है. हर दिन इस पुल से होकर सैकड़ों ग्रामीणों के अलावा छात्र-छात्राएं पैदल गुजरते हैं. पुल से गुजरने के क्रम में कई लोग 200 फीट नीचे दामोदर नद में गिरकर अपनी जान गंवा चुके हैं. अब चलकरी व जरीडीह बाजार के बीच दामोदर नदी पर पुल निर्माण की स्वीकृति मिल जाने से लोगों ने काफी राहत की सांस ली है.

जो जीवित बचे, हो गये अपाहिज

अब तक लगभग तीन दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत जरीडीह व चलकरी के मध्य बने अर्द्धनिर्मित पुल से गिर जाने से हो चुकी है. कुछ लोग अगर जीवित बच भी गये तो वे अपाहिज हो गये. इनमें चांदो निवासी राजेंद्र सिंह, जरीडीह निवासी संजीत कुमार. चलकरी निवासी अभिषेक कुमार, चलकरी निवासी लक्ष्मी कुमारी, जरीडीह निवासी तजमूल, चलकरी निवासी सोमर रजक, अंगवाली निवासी लक्ष्मी देवी, चलकरी निवासी दासो रजक, ऊपरघाट बड़की कुड़ी निवासी बिगन मांझी की पुल से गिर कर मौत हो चुकी है.

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