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Coronavirus guidelines in hindi : चुनावी सभाओं में टूट रहे नियम, नेता लापरवाह, आम लोगों पर जुर्माना

चुनावी सभाओं में कोरोना संक्रमण को लेकर जारी गाइडलाइन का हो रहा उल्लंघन

By Prabhat Khabar News Desk | October 21, 2020 6:42 AM

रांची ; कोरोना संक्रमण को लेकर जारी गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर आमलोगों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई हो रही है. बिना मास्क के घूमनेवालों से जुर्माना वसूला जा रहा है. 2000 से ज्यादा लोगों का चालान काटा जा चुका है, जिन्हें जुर्माना भरना होगा. सिर्फ राजधानी में अब तक पांच लाख रुपये से ज्यादा का जुर्माना वसूला जा चुका है. राजधानी में ही पिछले दो महीने में 398 दुकानें सील की जा चुकी हैं.

इधर, दुर्गापूजा में भीड़-भाड़ के मद्देनजर सरकार की ओर से विशेष गाइड लाइन जारी की गयी है. दूसरी ओर, दुमका व बेरमो में होनेवाले उपचुनाव के प्रचार अभियान की आपाधापी में कोरोना से बचाव के प्रोटोकॉल टूट रहे हैं और जारी गाइड लाइन की धज्जियां उड़ायी जा रही हैं. इसके बावजूद राजनीतिक दलों, उनके नेताओं और कार्यकर्ताओं पर किसी तरह की कार्रवाई अब तक नहीं हुई है.

गौरतलब है कि कोरोना काल के बीच राज्य की दो विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए चुनाव आयोग ने विशेष गाइड लाइन जारी की है. साथ ही चेतावनी भी दी है कि गाइड लाइन का पालन नहीं करनेवाले राजनीतिक दलों और निर्दलीय प्रत्याशियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. इसके बावजूद यूपीए और एनडीए के प्रदेश स्तर के नेता कोरोना से बेखौफ होकर चुनावी सभाएं, चौपाल और जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं.

राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता भी कोरोना की गाइड लाइन को ताक पर रख कर सभाओं में भीड़ जुटाने में लगे हुए हैं. दोनों दलों ने दोनों सीटों पर नामांकन के दिन जनसभाएं कर अपनी ताकत दिखायी. उन सभाओं में यूपीए और एनडीए के बड़े नेता मौजूद थे. साथ ही हजारों की भीड़ भी जुटी थी. पिछले ही दिनों दुमका और बेरमो में दोनों ही गठबंधन के नेताओं ने कैंपेन किया.

आमलोगों के लिए ये है गाइडलाइन

– सार्वजनिक जगहों पर फेस मास्क लगाना और सोशल डिस्टैंसिंग (छह फीट की दूरी) जरूरी है.

– सार्वजनिक स्थानों पर थूकना प्रतिबंधित, अपने मोबाइल में अरोग्य सेतु एेप जरूर डाउनलोड करें.

– कार्यस्थलों व दुकानों का समय-समय पर सैनिटाइजेशन कराना होगा, हर कर्मचारी मास्क पहनेगा.

– दुकान में एक बार में पांच लोग ही प्रवेश करेंगे, हर इंट्री प्वाइंट पर सेनिटाइजर रखना जरूरी होगा.

– जिन ग्राहकों को खांसी और सांस लेने में परेशानी हो रही हो, उन्हें दुकान में प्रवेश नहीं दिया जायेगा.

– दुर्गापूजा का आयोजन छोटे पूजा पंडालों, मंदिरों व घरों में होगा, प्रतिमा चार फीट से ऊंची नहीं होगी.

– पूजा वाली जगह पर एक समय में पुजारी और आयोजकों को मिला कर सिर्फ सात लोग ही रहेंगे.

– किसी भी प्रकार के भोग वितरण या सामूहिक भोज का आयोजन करने की भी मनाही होगी.

– विसर्जन जुलूस नहीं निकलेगा, प्रशासन द्वारा तय जगह पर विसर्जन होगा, रावण दहन नहीं होगा.

चुनाव आयोग द्वारा जारी गाइड लाइन

– डोर टू डोर कैंपेन के जन-संपर्क अभियान में प्रत्याशी को अधिकतम पांच लोगों के साथ जाने की अनुमति होगी. बंद स्थान पर सभा के दौरान वहां की क्षमता से 50 फीसदी लोग ही शामिल हो सकेंगे.

– खुले मैदान की चुनावी सभा में लोगों की संख्या पर कोई रोक नहीं, लेकिन वहां सोशल डिस्टेंसिंग के लिए छह फीट की दूरी बनाये रखने के लिए निशान बनाने होंगे.

– रोड शो के एक काफिले में होगी पांच गाड़ियां, आधे घंटे बाद ही पांच गाड़ियों का दूसरा काफिला निकलेगा, दो काफिलों के बीच 100 मीटर की दूरी रखनी होगा.

उपभोक्ताओं पर ही सभी प्रतिबंध

उपभोक्ताओं के ऊपर सभी तरह के प्रतिबंध लगा रखे हैं. इस वजह से इकोनॉमी नॉर्मलाइज नहीं हो सकती. फैक्ट्री या छोटे कारोबार कंज्यूमर के साथ ही गवर्नमेंट स्पेंडिंग पर पूरी तरह से निर्भर हैं. कोरोना वायरस के कारण पैदा हुए हालात ने जैसे अर्थव्यवस्था का चक्का जाम कर दिया है. न तो कहीं उत्पादन है और न मांग. लोग घरों में हैं और कल-कारखानों व दुकानों पर ताले लगे हुए हैं. सरकार को राजनीति पर कम ध्यान देना चाहिए, हमारे ऊपर ज्यादा ध्यान दे.

– फिलिप मैथ्यू, अध्यक्ष, झारखंड स्मॉल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन

नियम केवल व्यापारियों व आमलोगों के लिए

सभी नियम केवल व्यापारियों और आमलोगों के लिए हैं. व्यापारी ही सॉफ्ट टारगेट पर हैं. दुकानों को सील कर दिया जा रहा है. कोरोना संक्रमण के कारण पहले से ही व्यापारी आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान हो गये हैं. व्यापार में बड़ा घाटा हुआ है. ऐसे समय में सरकार के सहयोग की जरूरत है, लेकिन यहां पर उलटा हो रहा है. व्यापार चालू होने के बाद रोजगार उत्पन्न हो रहा है. प्रदेश में उप चुनाव में गाइड लाइन के नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. सरकार को ध्यान देना चाहिए कि नियम सभी के लिए एक हो.

– कुणाल अजमानी, अध्यक्ष, झारखंड चेंबर

पूजा में इतनी शर्तें, तो चुनावी सभा में क्यों नहीं?

पूजा के दौरान जब लोगों से दूरी बना रहे हैं. इसलिए राजनेताओं को भी यह सोचना चाहिए कि वे ऐसा कोई काम न करें, जिससे एक जगह लोग इकट्ठा हों. लेकिन, अफसोस सारी गाइड लाइन केवल पूजा समितियों के लिए है. नेताओं पर यह लागू नहीं होता.

– रामधन बर्मन, अध्यक्ष, रांची महानगर दुर्गा पूजा समिति

आमलोगों व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई

650 रुपये जुर्माना वसूलने का प्रावधान है बिना मास्क के निकलने पर

14 अगस्त से लेकर 10 अक्तूबर तक 114 लोगों से 5.75 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया

2195 लोगों का काटा गया है चालान, जिन्होंने अब तक नहीं भरा है 10,97,500 रुपये का जुर्माना

398 दुकानों को सील किया जा चुका है राजधानी में पिछले दो माह में

posted by : sameer oraon

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