Coronavirus In Jharkhand : झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास ने सीएम हेमंत सोरेन को लिखा पत्र, कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के संरक्षण के लिए करें बाल सेवा योजना की शुरुआत
Coronavirus In Jharkhand, जमशेदपुर न्यूज : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कोरोना माहामारी से अपने माता-पिता को खोने से अनाथ हुए बच्चों की मदद के लिए अतिशीघ्र बाल सेवा योजना शुरू करने की मांग की है. उन्होंने पत्र में कहा है कि केंद्र सरकार के अलावा उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश की सरकारों ने अनाथ बच्चों की मदद के लिए कई तरह की सेवा योजनाओं की घोषणा की है. इसी तरह झारखंड सरकार भी राज्य के अनाथ बच्चों के संरक्षण, भरण-पोषण, शिक्षा, चिकित्सा की व्यवस्था आदि के लिए बाल सेवा योजना के तहत प्रतिमाह एकमुश्त सहयोग राशि प्रदान करने की व्यवस्था करें.
Coronavirus In Jharkhand, जमशेदपुर न्यूज : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कोरोना माहामारी से अपने माता-पिता को खोने से अनाथ हुए बच्चों की मदद के लिए अतिशीघ्र बाल सेवा योजना शुरू करने की मांग की है. उन्होंने पत्र में कहा है कि केंद्र सरकार के अलावा उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश की सरकारों ने अनाथ बच्चों की मदद के लिए कई तरह की सेवा योजनाओं की घोषणा की है. इसी तरह झारखंड सरकार भी राज्य के अनाथ बच्चों के संरक्षण, भरण-पोषण, शिक्षा, चिकित्सा की व्यवस्था आदि के लिए बाल सेवा योजना के तहत प्रतिमाह एकमुश्त सहयोग राशि प्रदान करने की व्यवस्था करें.
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि हमारा राज्य झारखंड एक अति पिछड़ा राज्य है. यहां के निवासियों की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है. ऐसे में झारखंड के अनाथ बच्चे भी पीएम केयर फॉर चिल्ड्रेन योजना से लाभान्वित तो होंगे ही. इस कठिन परिस्थिति में हमारा भी कर्तव्य है कि हम अपने राज्य के अनाथ हुए नौनिहालों की देखभाल एवं अच्छे भविष्य के लिए सार्थक कदम उठायें और अनाथ बच्चों को मासिक वित्तीय सहयोग दें. निजी जरूरतों को पूरा करने के लिए मदद करें और पैर पर खड़ा होने तक सरकारी मदद के लिए कारगर योजना तैयार कर उस पर पहल करें.
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह किया है कि झारखंड सरकार राज्य के ऐसे अनाथ हुए बच्चों के हित में बाल सेवा योजना की शुरूआत करे, ताकि अनाथ बच्चों का लालन-पालन से लेकर शिक्षा आदि का प्रबंध हो सके. राज्य सरकार ऐसे बच्चों को वयस्क होने तक प्रतिमाह एक मुश्त राशि अनाथ बच्चे के संरक्षक को प्रदान करे. 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे जिनका कोई संरक्षक नहीं है. उनके आवास की व्यवस्था की जाये और उसका खर्च राज्य सरकार वहन करे.
Posted By : Guru Swarup Mishra