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Coronavirus In Jharkhand : कोरोना संकट के बीच ह्यूमन चैलेंज ट्रायल के लिए चयनित इस ‘खतरों के खिलाड़ी’ को जानिए

Coronavirus In Jharkhand : धनबाद (सत्या राज) : कोरोना महामारी से निजात पाने के लिए वैक्सीन का ट्रायल किया जा रहा है. अब तक कोई प्रभावी वैक्सीन नहीं आ सकी है. सामान्य टीका के परीक्षण में लंबा वक्त लग रहा है. ऐसे में ह्यूमन चैलेंज ट्रायल बेहतर विकल्प है. इसके लिए गोपाल भट्टाचार्या का चयन किया गया है. वे कहते हैं कि इंसानों की रक्षा में ही उन्हें खुशी मिलती है. वे खतरों से नहीं डरते.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 16, 2020 12:03 PM

Coronavirus In Jharkhand : धनबाद (सत्या राज) : कोरोना महामारी से निजात पाने के लिए वैक्सीन का ट्रायल किया जा रहा है. अब तक कोई प्रभावी वैक्सीन नहीं आ सकी है. सामान्य टीका के परीक्षण में लंबा वक्त लग रहा है. ऐसे में ह्यूमन चैलेंज ट्रायल बेहतर विकल्प है. इसके लिए गोपाल भट्टाचार्या का चयन किया गया है. वे कहते हैं कि इंसानों की रक्षा में ही उन्हें खुशी मिलती है. वे खतरों से नहीं डरते.

ह्यूमन चैलेंज ट्रायल में एक स्वयंसेवक (वॉलेंटियर) को पहले टीका लगाया जाता है. फिर स्वयंसेवक को कारोना वायरस से संक्रमित किया जाता है. फिर वैक्सीन का प्रभाव देखा जाता है. इसी ह्यूमन चैलेंज ट्रायल के लिए गोपाल भट्टाचार्या को सेलेक्ट किया गया है.

गोपाल भट्टाचार्या ने जानकारी दी कि पहले उन्होंने भारत बायोटेक वैक्सीन के लिए वॉलेंटियर के रूप में रजिस्ट्रेशन के लिए एम्स, नई दिल्ली में आवेदन दिया था, लेकिन वे सिर्फ दिल्ली एनसीआर से ही आवेदन स्वीकार कर रहे थे. इस कारण स्वयंसेवक के रूप में उनका रजिस्ट्रेशन नहीं हो सका.

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इसके बाद गोपाल भट्टाचार्या को ह्यूमन चैलेंज ट्रायल की जानकारी मिली कि वन डे सूनर एक संगठन है, जिसके द्वारा ह्यूमन चैलेंज के जरिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में वैक्सीन के ट्रायल को लेकर दुनियाभर से वॉलेंटियर की भर्ती की जा रही है. उन्होंने बिना देर किए स्वयंसेवक के रूप में आवेदन दिया. इसके बाद जूम एप पर उनका इंटरव्यू लिया गया. दो इंटरव्यू के बाद आखिरकार ह्यूमन चैलेंज ट्रायल के लिए उनका चयन कर लिया गया.

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गोपाल दा कहते हैं कि कोरोना से किसी भी समय, कहीं भी आप संक्रमित हो सकते हैं. लॉकडाउन से ही वे सड़कों और झुग्गियों में भोजन के पैकेट व सूखा राशन जरूरतमंदों के बीच बांट रहे हैं. इस दौरान उन्होंने रक्तदान शिविर भी लगाये. वे कहते हैं कि ह्यूमन चैलेंज ट्रायल बेशक खतरों से भरा हुआ है, लेकिन इंसानों की रक्षा के लिए उन्हें सेवा देने में खुशी हो रही है. वे खतरा से नहीं डरते.

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Posted By : Guru Swarup Mishra

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