Bokaro News : ट्रैक्टर से कुचलकर चचेरे भाई की मौत, बहन जख्मी,
Bokaro News : कसमार थाना क्षेत्र के सोनपुरा करमाली टोला में आमने-सामने टकराए दो ट्रैक्टर, ग्रामीणों ने ड्राइवरों को खूंटे से बांध कर पीटा
Bokaro News : कसमार थाना क्षेत्र के सोनपुरा करमाली टोला में शुक्रवार को दो ट्रैक्टर के बीच आमने-सामने टक्कर हो गयी. हादसे में एक बच्चे की मौत हो गयी, जबकि उसकी चचेरी बहन घायल हो गयी. बच्चों पर ट्रैक्टर का पिछला चक्का चढ़ गया. घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने दोनों ट्रैक्टर के चालकों को पकड़ कर खूंटे से बांध दिया और उनकी जमकर पिटाई की. मौके पर पहुंची कसमार पुलिस ने चालकों को ग्रामीणों से बचाया. साथ ही, दोनों वाहनों को जब्त कर लिया. पुलिस ने बताया कि पेटरवार प्रखंड के खेतको से अवैध बालू लेकर एक ट्रैक्टर सोनपुरा होते हुए दांतू की ओर आ रहा था. इसी दौरान करमाली टोला में विपरीत दिशा से आ रहे खाली ट्रैक्टर के साथ उसकी टक्कर हो गयी. टक्कर इतनी जोरदार थी कि खाली ट्रैक्टर का इंजन एक राशन दुकान के पास जाकर टकरा गया. दुकान के पास बरामदे में खटिया पर बैठकर बिस्किट खा रहे युधिष्ठिर करमाली उर्फ नीरज का पुत्र श्रेयांश कुमार ( 4 वर्ष) एवं सूरज करमाली की पुत्री रितिका कुमारी (3 वर्ष) पर ट्रैक्टर के पिछले हिस्से का चक्का चढ़ गया. दोनों बच्चे उसमें फंस कर बुरी तरह जख्मी हो गये. ग्रामीणों एवं परिजनों ने बच्चों को किसी तरह खींच कर बाहर निकाला और इलाज के लिए बोकारो जनरल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां श्रेयांश की गंभीर स्थिति देख रिम्स रेफर कर दिया गया. रिम्स ले जाने के क्रम में श्रेयांश की मौत हो गयी. रितिका को हल्की चोट लगी है. प्राथमिक उपचार के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी.
ग्रामीणों ने 10 घंटे जाम रखा दांतू-कथारा मार्ग :
आक्रोशित ग्रामीणों ने सोनपुरा में दांतू-कथारा पथ को जाम कर दिया. ग्रामीणों की शिकायत है कि इस रोड से होकर हर दिन दर्जनों ट्रैक्टरों से अवैध बालू ढोया जाता है. ट्रैक्टर की गति इतनी तेज होती है कि हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. किसी दिन इससे भी बड़ा हादसा हो सकता है. ग्रामीणों ने बालू की अवैध ढुलाई रोकने की मांग की. कसमार थाना प्रभारी भजनलाल महतो, जरीडीह थाना प्रभारी विक्रम सिंह, पेटरवार थाना प्रभारी राजू मुंडा व कसमार सीओ प्रवीण कुमार जाम की सूचना पर आंदोलन स्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों से जाम हटाने का आग्रह किया. पर वरीय अधिकारियों के बिना आये लोग जाम हटाने को तैयार नहीं हुए. जब बच्चे की मौत की सूचना लोगों को मिली, तो वे हंगामा करने लगे. हालांकि, करीब 10 घंटे बाद काफी समझाने बुझाने तथा ग्रामीणों व परिजनों से वार्ता में आश्रित को नियमानुसार मुआवजा दिलाने तथा अवैध बालू ढुलाई रोकने के लिए उचित कदम उठाये जाने का आश्वासन मिलने पर जाम हटा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है