तमिलनाडु में हुआ प्यार, बोकारो में मार डाला, चार माह की गर्भवती लक्ष्मी की प्रेमी ने ही क्यों ले ली जान?
Crime News: बोकारो पुलिस ने 48 घंटे के अंदर लक्ष्मी हत्याकांड का खुलासा कर दिया. प्रेमी ने ही चार माह की गर्भवती लक्ष्मी को दुपट्टे से गला घोंट कर मौत के घाट उतारा था. वह बिहार के गया की रहनेवाली थी.
Crime News: बोकारो, रंजीत कुमार-बालीडीह थाना क्षेत्र के रेलवे स्टेशन के समीप खंडहर में मिले युवती के शव मामले से बालीडीह पुलिस टीम ने 48 घंटे के अंदर पर्दा उठा दिया. मामला प्रेम प्रसंग का निकला. चार माह की गर्भवती प्रेमिका लक्ष्मी कुमारी (20 वर्ष) की हत्या के आरोपी प्रेमी रोहित महतो (19 वर्ष) को बालीडीह पुलिस ने पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र के काशीटांड़ गांव से गिरफ्तार कर मंगलवार को जेल भेज दिया. युवती बिहार के गया जिले के अतरी थाना क्षेत्र के मालती गांव की मूल निवासी थी. पिता का नाम पप्पू रजक है. घरवालों को इसकी सूचना दे दी गयी है. यह जानकारी बोकारो एसपी मनोज स्वर्गियारी ने कैंप दो स्थित एसपी कार्यालय में प्रेस वार्ता में कर दी.
बैर खिलाने के बहाने दुपट्टे से गला घोंट कर मार दिया
प्रेमी रोहित ने पुलिस को बताया कि बैर खिलाने के बहाने गला घोंट कर प्रेमिका की जान ले ली. युवती के दुपट्टे से हाथ बांध कर खंडहर के शौचालय में फेंक दिया. पुलिस को बरगलाने के लिए लड़की के बैग का कपड़ा इधर-उधर फेंक दिया था. घटना के बाद वह अपना बैग लेकर चास स्थित अपने चाचा के घर पहुंच गया था. आरोपी ने युवती का फर्जी आधार कार्ड बनाकर पति के स्थान पर अपना नाम लिखवा लिया था. वह आधार कार्ड भी उसके पास से बरामद किया गया है.
तमिलनाडु में दोनों को हो गया प्रेम
लक्ष्मी अपने पति के साथ कोलकाता में रहती थी. वह पति को कोलकाता से छोड़कर भाग गयी थी और तमिलनाडु पहुंची. दोनों (रोहित और लक्ष्मी) तमिलनाडु के बल्लमपलानौर में सुप्प्राजीत फैक्ट्री में साथ में काम करते थे. सितंबर 2024 में दोनों ने शादी कर ली. इसकी जानकारी रोहित ने अपने घरवालों को नहीं दी. मृतका लक्ष्मी लगातार आरोपी रोहित को अपने घर झारखंड के बोकारो जिले के पिंड्राजोरा स्थित काशीटांड़ ले जाने का दबाव बनाने लगी. दबाव में वह लक्ष्मी को लेकर 17 जनवरी को एलप्पी एक्सप्रेस से तमिलनाडु से बोकारो के लिए निकला. 19 जनवरी को बोकारो स्टेशन पर उतरा. घर ले जाने का बहाना बनाकर पैदल ही स्टेशन के बाहर कुछ दूर चलने के बाद वह लक्ष्मी को खंडहरनुमा भवन ले गया और गला घोंट दिया.