Jharkhand News: घाटोटांड़- टाटा स्टील के घाटोटांड़ स्थित वेस्ट बोकारो डिवीजन साइट पर शनिवार को अमन श्रीवास्तव गिरोह के अपराधियों ने हमला बोला. अपराधियों ने एक दर्जन से ज्यादा बम ब्लास्ट किये और फायरिंग की. इसमें सिक्यूरिटी जवान सहित छह कर्मी घायल हो गये. सबका इलाज टाटा सेंट्रल हॉस्पिटल, वेस्ट बोकारो में चल रहा है. मौके पर गिरोह के नाम से पर्चा छोड़ा गया है. घटना के बाद खुद को अमन गिरोह का शूटर बतानेवाले अपराधी राजू शर्मा ने घटना की जिम्मेदारी ली है.
उल्लेखनीय है कि टाटा स्टील के इस साइट पर कोयले के बाइ प्रोडक्ट की मार्केटिंग का काम होता है. इसकी जिम्मेवारी चार आउटसोर्सिंग कंपनियों को दी गयी है. इसका कार्यालय घाटोटांड़ की झरना बस्ती में है, जहां अपराधियों ने उत्पात मचाया. इससे पहले शनिवार की सुबह 11.45 बजे अपराधियों ने आउटसोर्सिंग कंपनी जीएस एटवाल, टायकूनस इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स बंशीधर तिरुपति व इमवीएस इंफो. प्रा. लिमिटेड के अधिकारियों को फोन कर 15 प्रतिशत लेवी मांगी थी.
उसके 10 से 15 मिनट बाद दो बाइक पर सवार होकर चार अपराधी झरना बस्ती स्थित आउटसोर्सिंग कंपनी के केंद्र में पहुंचे. उन्होंने एसआइएस सुरक्षा कर्मी से बताया कि वे रामगढ़ से आये हैं. भट्ठा में कोयला के लिए कोड खोलवाना है. सुरक्षा कर्मी ने उन्हें अंदर जाने दिया. अंदर घुसते ही अपराधियों ने ताबड़तोड़ एक दर्जन बम फोड़े. कर्मियों ने टेबल व अलमारी की ओट में छिपकर जान बचायी. पदाधिकारियों पर गोली चलायी गयी, जिसमें वे बाल-बाल बचे. करीब पांच मिनट तक उत्पात मचाने के बाद अपराधी वहां पर्चा छोड़ कर भाग निकले.
टाटा सेंट्रल हॉस्पिटल में भर्ती हैं घायल : घटना में घायल छह लोगों का इलाज टाटा सेंट्रल हॉस्पिटल में चल रहा है. घायलों में टायकून कंपनी के कर्मचारी विनय नंदन सिन्हा, जीएस एटवाल के कर्मचारी अमित कुमार मुखर्जी, जयंता पान, एस मुखर्जी, बंशीधर तिरुपति कंपनी के कर्मचारी विश्वमोहन प्रसाद व एसआइएस जवान सत्येंद्र कुमार शामिल हैं. घायलों के शरीर पर जगह-जगह जख्म के निशान हैं.
एसपी ने लिया घटनास्थल का जायजा: घटनास्थल से पुलिस को पांच खोखे व एक जिंदा कारतूस मिला है. इसमें एक 3.15 बोर व चार 7.65 बोर की है. रामगढ़ एसपी प्रभात कुमार, एसडीपीओ किशोर कुमार रजक व मांडू सर्किल इंस्पेक्टर वेस्ट बोकारो ने घटनास्थल पर पहुंच कर जांच की. उन्होंने कहा कि प्रथमद्रष्टया यह मामला पैसे की अवैध रूप से उगाही का लग रहा है.