राकेश वर्मा, बेरमो : बेरमो कोयलांचल में दामोदर नदी के तटों की हसीन वादियां नववर्ष पर लोगों के स्वागत को तैयार है. नदी के तटों में पिकनिक मनाने के लिए पूरे जनवरी माह लोगों की भीड़ लगी रहती है. नदी में जगह-जगह बने पत्थरों की अनुपम कलाकृतियां व जंगल मनमोहक लगते हैं. राजाबेड़ा के समीप दामोदर नदी के भंडारदाह घाट में रेलवे पुल के नीचे भी काफी संख्या में लोग पिकनिक मनाने पहुंचते हैं. यहां मकर संक्रांति पर प्रत्येक वर्ष मेला भी लगता है. पिछरी के हथिया पत्थर स्थल की अपनी अलग महत्ता है. यहां हाथी के स्वरूप का एक विशाल पत्थर है, जिसमें सूंड की आकृति टूटी हुई है. दामोदर नदी का जलस्तर कितना भी बढ़ जाये, लेकिन यह पत्थर नहीं डूबता है. यहां लोग पूजा भी करते हैं. दामाेदर नदी के तट में पिकनिक मनाने वालों को आसानी से कोयला, लकड़ी और पानी मिल जाता है. सीसीएल एरिया से सटे हाेने के कारण व मालगाड़ियों से गिराया जाने वाला कोयला चूल्हा जलाने के लिए मिल जाता है. नदी किनारे के जंगलों से लकड़ी भी मिल जाती है. नदी में चुआं खोदकर पीने का पानी भी निकाल लेते है. दामोदर में कई स्पॉट है प्रसिद्ध राजाबेड़ा भंडारदाह पिछरी का हथिया पत्थर जारंगडीह बनासो मंदिर के पास कोनार व दामोदर तट फुसरो हिंदुस्तान पुल के पास चंद्रपुरा में बरवाघाट व बुढ़ीडीह राजाबेड़ा का इंद्रचुआ अंगवाली में खांजो नदी का किनारा अमलो स्थित बगलता खासमहल डैम, कुरपनिया स्थित भैरव मंदिर तट बोकारो थर्मल व कथारा में कोनार नदी का तट लोहा पुल व चिलका पुल का तट
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