CWC बोकारो ने गुणाराम अस्पताल से रेस्क्यू कर नवजात को बंगाल पुलिस को सौंपा
केनदा थाना में एक पोक्सो एक्ट का मामला दर्ज है. मामले में दुष्कर्म पीड़िता ने एक नवजात बच्ची को जन्म दिया था. इसके बाद अस्पताल से नवाजात गायब हो गयी.
बोकारो: पुरुलिया जिला के केंदा थाना पुलिस की दो टीम शुक्रवार को अचानक आइटीआइ मोड़ स्थित गुणाराम महतो अस्पताल पहुंची. एसएनसीयू में इलाजरत पांच दिन के नवजात के बारे में छानबीन शुरू की. इसके बाद टीम ने सूचना सीडब्लूसी बोकारो को भेजी. सीडब्लूसी के अध्यक्ष डॉ शंकर रवानी की सूचना पर चास थाना के सहयोग से केंदा पुलिस को रेस्क्यू कर नवजात को सौंपा गया. केंदा पुलिस नवजात को लेकर चली गयी. पुलिस टीम सुबह नौ से दो बजे तक अस्पताल की घेराबंदी किये रही. वहीं अस्पताल संचालक शिवा महतो अस्पताल को स्वास्थ्यकर्मियों के सहारे छोड़कर गायब रहे. पुलिसिया कार्रवाई तक भी सामने नहीं आये. फिलहाल श्री महतो का मोबाइल भी स्वीच ऑफ है. मामले के बारे में बताया जा रहा है कि केनदा थाना में एक पोक्सो एक्ट का मामला दर्ज है. मामले में दुष्कर्म पीड़िता ने एक नवजात बच्ची को जन्म दिया था. इसके बाद अस्पताल से नवाजात गायब हो गयी. पुलिस ने छानबीन करने के बाद नवजात को आइटीआइ मोड के गुणाराम महतो अस्पताल चास बोकारो में होने की पुष्टि की. इसके बाद रेस्क्यू कर पुरुलिया ले गयी.
केंदा थाना के एसआइ ने किया आग्रह
केंदा थाना के एसआइ दीपांकर विश्वास ने बोकारो सीडब्लूसी अध्यक्ष डॉ शंकर रवानी को शुक्रवार को एक पत्र लिखा. पत्र में बताया कि केंदा थाना के केस नंबर 14/24 (15.03.2024) यूएस-376 (2)(एन)/376(3)/363/120बी आइपीसी एंड 06 पोक्सो एक्ट दर्ज है. इससे संबंधित एक पांच दिन की नवजात (बालिका) चास आइटीआइ मोड के गुणाराम महतो अस्पताल में सीरियस कंडीशन में रखा गया है. पुलिस लगातार निगरानी कर रही है. नवजात बच्ची की गंभीर स्थिति को देखते हुए पुलिस को सहयोग करें. नवजात को बेहतर स्वास्थ्य के लिए पुरुलिया सदर अस्पताल में दाखिल कराया जा सके. जवाब में डॉ शंकर रवानी, सदस्य प्रगति शंकर व रेणु ने चास थाना को गुणाराम अस्पताल आइटीआइ मोड में इलाजरत बच्ची को रेस्क्यू कर केनदा पुलिस को सौंपने की बात कही. बताया है कि नवजात पुरुलिया से संबिधित है. मामले की जानकारी श्री रवानी ने डीसी, एसपी, डीसीपीओ, चाइल्ड लाइन के समन्वयक को भेजी है.
चास आइटीआइ मोड़ स्थित गुणाराम महतो अस्पताल में नवजात का मिलने का मामला गंभीर है. पोक्सो एक्ट से जुड़ा है. नवजात को बंगाल किसने अस्पताल लाया. पूरे मामले में अस्पताल संचालक की भूमिका की जांच की जायेगी. फिलहाल संचालक गायब है.
डॉ शंकर रवानी, अध्यक्ष, सीडब्लूसी, बोकारो