चास, राजू नंदन : अब साइबर ठगों की नजर गरीबों के घर पर है. शातिर ठग प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभुकों के खाते से पैसे की निकासी कर रहे हैं. इस कारण पीड़ित लोग घर नहीं बनवा पा रहे हैं. चास प्रखंड के ऐसे आधा दर्जन से अधिक पीएम आवास लाभुकों के बैंक खाते से साइबर ठगों ने पैसे उड़ा लिये हैं. लाभुकों ने संबंधित थाना में शिकायत की, पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी. ताजा मामला नारायणपुर गांव का है. यहां की सरिता देवी के बैंक खाता से 20 हजार रुपये 17 जनवरी को ठगों ने निकाल लिये. सरिता का खाता इंडियन ओवरसीज बैंक की बहादुरपुर शाखा में है. लाभुक ने संबंधित थाना और प्रखंड कार्यालय को सूचना दी है. किस्त के पैसे खाते से निकल जाने के कारण लाभुक आवास का निर्माण कार्य नहीं करा पा रहे हैं. ठगी के ये मामले चास मुफस्सिल और पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र के हैं.
साइबर ठग आधा दर्जन पीएम आवास के लाभुकों के बैंक खाता से एक लाख 30 हजार रुपये निकालने में कामयाब रहे हैं. जानकारी के अनुसार, टुपरा की सुंदरी देवी के बैंक ऑफ इंडिया पिंद्राजोरा शाखा के खाते से 30 हजार रुपये, पोखना की आशा देवी के बैंक ऑफ इंडिया पिंड्राजोरा शाखा के खाते से 20 हजार, पुंडरू निवासी कुंती देवी के इंडियन बैंक पुंडरू शाखा के खाते से 20 हजार, नारायणपुर निवासी सरिता देवी के इंडियन ओवरसीज बैंक बहादुरपुर शाखा के खाते से 20 हजार, कोलबेदी निवासी चंपा देवी के बैक ऑफ इंडिया मामरकुदर शाखा के खाते से 20 हजार, कुम्हरी निवासी राघव राय के बैंक ऑफ इंडिया चिकसिया शाखा के खाते से 20 हजार रुपये निकाले गये हैं. यह निकासी 11 नवंबर 2022 से 17 जनवरी 2023 के बीच की गयी.
ठगी के शिकार लाभुकों ने बताया कि उनके बैंक खाता में आवास निर्माण की राशि आते ही एक व्यक्ति घर आया. उसने कहा कि बीडीओ साहब ने भेजा है. साइबर ठगों ने लाभुकों को बताया कि उनके निर्माणाधीन पीएम आवास की पुन: जियो टैगिंग करनी है, इसलिए अपना आधार कार्ड व मोबाइल लेकर आयें. आधार कार्ड व मोबाइल देने पर साइबर ठगों ने चोरी से लाभुक के मोबाइल पर मैसेज किया और ओटीपी नंबर आने पर अपने मोबाइल में डालकर चलते बनते हैं. इस ओटीपी नंबर से उनलोगों ने लाभुकों के खाते से पैसे निकाल लिये. यही नहीं, ठगों ने लाभुक के मोबाइल पर आये सभी मैसेज को डिलीट कर दिया. अपना काम करने के बाद साइबर ठग लाभुकों से बोले कि जियो टैगिंग सफलतापूर्वक कर ली गयी है. अब किस्त की राशि से वे अपना आवास का निर्माण पूरा करें. लगभग सभी लाभुकों की यही कहानी है.
लाभुकों ने बताया कि जब वे बैंक में राशि निकालने गये तो पता चला कि उनके खाते से राशि की निकासी हो चुकी है. बताते चलें कि प्रखंड प्रशासन ने पीएम आवास के लाभुकों के खाता में किस्त की राशि ऑनलाइन भेजी है. देखने में आ रहा है कि जैसे ही किसी लाभुक के खाते में पैसा जाता है, साइबर ठग उनके घर धमक पड़ते हैं. ऐसे में आशंका जतायी जा रही है कि साइबर ठगी में कहीं न कहीं प्रखंड के कर्मियों की भी मिलीभगत है.
Also Read: Jharkhand: कड़ाके की ठंड में प्रेमी के लिए 40 घंटे से अनशन पर बैठी प्रेमिका, बोली- एक बार उसे बुलाओ…