चंद्रपुरा. आदिवासी सेंगेल अभियान द्वारा रविवार की शाम को झरनाडीह में हासा-भाषा विजय दिवस मनाया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता सेंगेल मांझी परगना मंडवा के जिला महासचिव फूलचंद किस्कू ने की. मुख्य अतिथि अभियान के प्रदेश संयोजक करमचंद हांसदा ने कहा कि 22 दिसंबर आदिवासी समाज के लिए खुशी का दिन है. पूर्व सांसद सालखन मुर्मू के प्रयास से वर्ष 2003 में इसी दिन आदिवासी भाषा संताली को आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया. संताल परगना टेनेंसी एक्ट अर्थात जमीन बचाने का कानून भी पास हुआ था. 22 दिसंबर को राष्ट्रीय एवं राजकीय अवकाश घोषित किया जाये. मौके पर जगदीश हांसदा, अनीता किस्कू, सरस्वती हांसदा, चास प्रखंड सेंगेल युवा मोर्चा अध्यक्ष कालीचरण किस्कू, अजय सोरेन, सूरजमनी हेमरोम, रानी सोरेन, गंगा मुनी मुर्मू, कौशल्या मारंडी, पार्वती, सरस्वती मुर्मू, लक्ष्मी टुडू, कमली मारंडी, जलेश्वर किस्कू, लता सोरेन, छूटनी सोरेन, शीला सोरेन, संजय मुर्मू, पोमा किस्कू, सुनील मरांडी, जागेश्वर सोरेन, अरुण किस्कू आदि थे.
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