बेरमो. कोल इंडिया की अनुषांगिक इकाई डब्ल्यूसीएल के नागपुर स्थित होटल सेंटर प्वाइंट में सोमवार को डीजीएमएस धनबाद के तत्वावधान में “कोयला खनन उद्योग में व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य, वर्तमान स्थिति, चुनौतियां और उपाय ” विषय पर कार्यशाला का आयोजन हुआ. अध्यक्षता डीजीएमएस के महानिदेशक प्रभात कुमार ने किया. उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला में कोल इंडिया के सभी अनुषंगी कंपनियों के सेफ्टी बोर्ड के सदस्यों तथा राज्य सरकार, निजी मालिकों, सेल, टाटा द्वारा संचालित कोयला खदानों के ट्रेड यूनियन के प्रतिनिधियों को बुलाया गया है. कोयला खदानों में बढ़ रहे मशीनीकरण, आउटसोर्सिंग और संविदा कर्मियों की सुविधाओं, कोयला उद्योग में आइटी और एआइ के उपयोग, खदान कर्मचारियों के ओएसएच मुद्दे, व्यावसायिक सुरक्षा स्वास्थ्य, कामकाजी स्थिति एवं कोड -2020 और वर्तमान परिदृश्य में ट्रेड यूनियन की भूमिका पर चर्चा हुई. डीजीएमएस के उपमहानिदेशक उज्जवल ताव ने भी सुझाव दिये. कार्यशाला में एटक के लखनलाल महतो व सीजे जोसेफ, सीटू के मानस मुखर्जी व जीके श्रीवास्तव, भामसं के श्री घुरडे व रामधारी और हिमस से शिवकुमार यादव व जावेद अख्तर उस्मानी शामिल हुए. सभी प्रतिनिधियों ने बढ़ रही दुर्घटनाओं पर चिंता जाहिर की एवं 12वीं सेफ्टी कांफ्रेंस की अनुशंसाओं को शक्ति से लागू करने की मांग की. एमडीओ, आउटसोर्सिंग, कॉमर्शियल माइनिंग, रेवेन्यू शेयरिंग से होने वाली दुर्घटना की ओर अधिकारियों का ध्यान आकर्षित कराया. द्विपक्षीय, त्रिपक्षीय सेफ्टी कमेटियों की बैठक सुनिश्चित करने की भी मांग उठी. ठेका मजदूरों के लिए सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य तथा कल्याणकारी सुविधाएं को लागू करने की मांग की गयी. लखनलाल महतो ने कैंप में रह रहे संविदा कर्मियों के लिए वेलफेयर एक्टिविटीज, कल्याणकारी सुविधा का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि डंपरों में भी राइट हैंड ड्राइव होना चाहिए या फिर केम्पर राइट हैंड ड्राइव होना चाहिए. कोल प्रोडक्शन एवं ओबी रिमूवल का टारगेट फिक्स करने में ट्रेड यूनियन व डीजीएमएस की कोई भूमिका नहीं है. उन्होंने माइंस विस्तार के लिए जमीन नहीं मिलने की भी बात उठायी. इस अवसर पर डीजीएमएस के सभी क्षेत्रों के खान निदेशक शामिल हुए. कार्यशाला में अगस्त माह में खान महानिदेशक के पद से सेवानिवृत्त होने वाले प्रभात कुमार को सम्मानित किया गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है