बेरमो. झारखंड आंदोलन के पुरोधा बिनोद बिहारी महतो की जयंती सोमवार को जगह-जगह मनायी गयी. विस्थापित संघर्ष समन्वय समिति की ओर से करगली स्थित बिनोद बिहारी महतो फुटबॉल ग्राउंड में समारोह का आयोजन किया गया. लोगों ने उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया. मौके पर पूर्व विधायक योगेश्वर महतो बाटुल ने कहा कि झारखंड निर्माण में बिनोद बाबू के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. समिति के अध्यक्ष लखनलाल महतो ने कहा कि आज सभी राजनीतिक दल स्व महतो के विचारों को आत्मसात कर रहे हैं. समिति की ओर केंद्र सरकार से मांग है कि उन्हें भारत रत्न दिया जाये. सभी राजनीतिक दल प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार से यह मांग करे.
सीसीएल बीएंडके महाप्रबंधक के रामाकृष्णा ने कहा कि उनके आदर्शों को आत्मसात करना चाहिए. स्वागत भाषण में महासचिव काशीनाथ केवट ने कहा कि वह झारखंड आंदोलन के जनक थे. कार्यकारी अध्यक्ष बिनोद महतो ने कहा कि उन्होंने शिक्षा का अलख जगाया था. शोषित, पीड़ित ,वंचित, समुदाय की आवाज बुलंद किया था. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे समिति के कार्यकारी अध्यक्ष काशीनाथ सिंह ने कहा कि वर्षों तक चले आंदोलन के बाद झारखंड अलग राज्य बना.समारोह को मजदूर नेता सीएस झा, श्यामल सरकार, भाजपा नेता मधुसूदन सिंह ने कहा कि बिनोद बाबू ने कोयलांचल के विस्थापितों को हक दिलाने के लिए आजीवन संघर्ष किया. उनके विचारों और आंदोलन को आगे बढ़ाना ही जयंती कार्यक्रम की सार्थकता होगी. कार्यक्रम का संचालन धनेश्वर महतो ने किया. मौके पर बेरमो प्रमुख गिरिजा देवी, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जगरनाथ राम, देवीदास, दशरथ महतो, संतोष महतो, रवींद्र मिश्रा, विजय भोई, जवाहर लाल यादव, बबीता देवी, राजेश गुप्ता, चंदन राम, प्रदीप यादव, लालमोहन महतो, अर्चना देवी, मो जहांगीर, वीरेंद्र, राजन, अनिल श्रीवास्तव, उत्तम सिंह, उमाशंकर महतो, चंदन राम, लालमोहन महतो, बुच्चू सिंह, संत सिंह, सुरेश राम, वीरेंद्र करमाली, लालमोहन यादव, राजेश गुप्ता, रीता देवी, मुनकी देवी सहित कई लोग मौजूद थे.
उनके सपनाें के अनुरूप झारखंड का विकास नहीं हुआ : डॉ लंबोदर
ललपनिया.
बिनोद बिहारी महतो जयंती समारोह समिति द्वारा ललपनिया स्थित बिनोद बिहारी महतो चौक में समारोह का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो व अन्य लोगों ने उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण किया. दो मिनट का मौन भी रखा गया. विधायक ने कहा कि स्व महतो ने पढ़ो और लड़ो का नारा दिया था. उनके सपनाें के अनुरूप झारखंड का विकास नहीं हुआ. विधायक ने बिनोद बिहारी महतो की प्रतिमा का निर्माण कराने की बात कही. मौके पर पुजारी उरांव, मुरली केवट, कुलदीप प्रजापति, जगेसर शर्मा, मदन कुमार साव, समिति अध्यक्ष अनिल कुमार महतो, उपाध्यक्ष अजय कुमार महतो, गौतम महतो, सचिव तुलसीदास महतो, अजय कुमार महतो, राकेश कुमार, विराम मांझी, सुगन साव, सूरज नायक, संजय कुमार सहित अन्य लोग थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है