बेरमो काे जिला बनाने की मांग को लेकर महाजुटान आज
बेरमो काे जिला बनाने की मांग को लेकर महाजुटान आज
बेरमो. बेरमो काे जिला बनाने की मांग को लेकर 31 जुलाई को अनुमंडल मुख्यालय तेनुघाट में महाजुटान का आह्वान किया गया है. एक अगस्त को बेरमो अनुमंडल में चक्का जाम आंदोलन किया जायेगा. इसके बाद भी मांग नहीं मानी गयी तो बेरमो अनुमंडल में अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकेबंदी की घोषणा की जायेगी. बेरमो जिला बनाओ संघर्ष समिति के संयोजक संतोष नायक ने पंचायत प्रतिनिधियों सहित प्रबुद्ध नागरिकों, सम्मानित समाजसेवियों से निर्धारित कार्यक्रमों में शामिल होकर सहयोग की अपील की है. समिति के अध्यक्ष कामेश्वर मिश्रा और महासचिव वकील प्रसाद महतो ने कहा कि अब लड़ कर बेरमो जिला लेंगे.
लगातार संघर्षरत है बेरमो जिला बनाओ संघर्ष समिति
मांग को लेकर बेरमो जिला बनाओ संघर्ष समिति लगातार सक्रिय है. अभी तक जिला के सभी प्रखंडों में धरना-प्रदर्शन किया जा चुका है. छह दिसंबर 2022 को बेरमो के अनुमंडल बने 50 साल पूरा होने के उपलक्ष्य पर अनुमंडल मुख्यालय स्थित अधिवक्ता भवन में स्वर्ण जयंती समारोह का आयोजन किया था. इसके बाद आगे के कार्यक्रमों की रुपरेखा तैयार की गयी. 25 अप्रैल 2023 को कसमार प्रखंड मुख्यालय, 23 मई को पेटरवार प्रखंड मुख्यालय, 13 जून को बेरमो प्रखंड मुख्यालय, चार जुलाई को गोमिया प्रखंड मुख्यालय, आठ अगस्त को चंद्रपुरा प्रखंड मुख्यालय, पां सितंबर को नावाडीह प्रखंड मुख्यालय, तीन अक्टूबर को जरीडीह प्रखंड मुख्यालय, 10 अक्टूबर को चंद्रपुरा, 17 अक्टूबर को नावाडीह प्रखंड कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम स्मार पत्र सौंपा गया था. अनुमंडल मुख्यालय के समक्ष सात नवंबर को तथा जिला मुख्यालय के समक्ष 21 नवंबर को धरना-प्रदर्शन हुआ. 28 नवंबर को आयुक्त हजारीबाग व 29 नवंबर को राज्यपाल को पुन: ज्ञापन सौंपा गया. 26 जुलाई को अनुमंडल मुख्यालय तेनुघाट से 111 से ज्यादा लोगों ने यहां से विधानसभा तक पदयात्रा की और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया. छह दिसंबर 2023 को श्री नायक अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय के समक्ष बेमियादी धरना पर बैठ गये. इसी बीच 23 फरवरी 2024 को पूर्व सीएम चंपाई सोरेन से प्रतिनिधिमंडल मिला. उनके आश्वासन के बाद 29 फरवरी को 86 दिन के बाद धरना खत्म हुआ. लोकसभा चुनाव के बाद 11 जून से 31 जुलाई तक 51 दिन का पंचायत स्तरीय जन जागरण कार्यक्रम श्री नायक ने चलाया. मालूम हो कि 30 जनवरी 2024 को बेरमो अनुमंडल बंद भी किया गया था.मुख्यमंत्री से मिले थे गोमिया विधायक
25 जुलाई को गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिल कर बेरमो को जिला बनाने की मांग की थी. कहा था कि बेरमो अनुमंडल में 14 थाना, चार ओपी व सात प्रखंड हैं. यह अनुमंडल समृद्ध व खनिज संपदाओं से समृद्ध है. यहां चार विद्युत उत्पादन उत्पादक केंद्र टीपीपीएस, सीटीपीएस, बीटीपीएस व कैप्टिव पावर प्लांट है. सीसीएल के तीन क्षेत्र कथारा, बीएंडके व ढोरी हैं. इसके अतिरिक्त सीसीएल व बीसीसीएल की चार कोल वाशरी हैं. एशिया महादेश का सबसे पहला बारूद का कारखाना गोमिया में है. कहा था कि बेरमो जिला बनने की सभी अर्हताएं पूरी करता है. बेरमो अनुमंडल का अधिकांश भाग उग्रवाद से प्रभावित है, जो जिला मुख्यालय से दूर है. मुख्यमंत्री ने इस विषय पर समुचित कदम उठाने को लेकर आश्वस्त किया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है