झारखंड में Dengue का डंक : बेरमो में 4 मरीजों में 2 स्वस्थ, 2 खतरे से बाहर, Doctor ने दी ये सलाह
Jharkhand News : बोकारो जिले के बेरमो क्षेत्र में डेंगू के चार मरीज मिले थे. इसमें दो मरीज ठीक हो गये और दो मरीज सीसीएल बीएंडके एरिया के रीजनल अस्पताल करगली में इलाजरत हैं. दोनों मरीज खतरे से बाहर हैं. यह जानकारी सोमवार को रीजनल अस्पताल करगली के चिकित्सक डॉ केआरआर सिंह ने पत्रकारों को दी.
Jharkhand News : बोकारो जिले के बेरमो क्षेत्र में डेंगू के चार मरीज मिले थे. इसमें दो मरीज ठीक हो गये और दो मरीज सीसीएल बीएंडके एरिया के रीजनल अस्पताल करगली में इलाजरत हैं. दोनों मरीज खतरे से बाहर हैं. यह जानकारी सोमवार को रीजनल अस्पताल करगली के चिकित्सक डॉ केआरआर सिंह ने पत्रकारों को दी.
डॉ केआरआर सिंह ने कहा कि इस क्षेत्र में हमारे जानकारी में पहली बार डेंगू का मरीज पाया गया है. फुसरो के निजी लैब में जांच के बाद चार में डेंगू पाया गया था. दो मरीज ठीक हो चुके हैं और दो मरीज का हमारी देखरेख में रीजनल अस्पताल के एसी वार्ड में इलाज चल रहा है. एक महिला मरीज चलकरी बस्ती और एक युवक मरीज आंबेडकर कॉलोनी का है. दोनों खतरे से बाहर हैं. इन्हें चार-पांच दिनों में छुट्टी दे दी जायेगी.
रीजनल अस्पताल करगली के चिकित्सक डॉ केआरआर सिंह ने कहा कि पेनकिलर के प्रयोग से लोगों को बचना चाहिए. डेंगू का सिंप्टम तेज सर दर्द व बदन दर्द, हल्की सर्दी है और तीन से पांच दिनों में शरीर पर दाना-दाना रेशा निकलता है व खुजलाहट होता है. यह लक्षण होने पर लोग तत्काल चिकित्सकीय सलाह लेकर जांच करवाएं.
रीजनल अस्पताल करगली के चिकित्सक डॉ केआरआर सिंह ने कहा कि पेनकिलर का उपयोग नहीं करना चाहिए. पानी का अधिकाधिक सेवन करना चाहिए. आठ से नौ दिनों में सुधार दिखने लगेगा. उन्होंने कहा कि डेंगू का मच्छर दिन में ही काटता है. जहां भी बरसात, नाली का जमा पानी व पुराना पानी जमा हो, उसमें किरोसीन या मोबिल डाल देना चाहिए. इससे मच्छर का अंडा मरता है. लोग कुलर का पानी हमेशा बदलते रहें. इस क्षेत्र में डेंगू पाया गया है. इसलिए सतर्कता जरूरी है.
Posted By : Guru Swarup Mishra