देवघर के उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी कमलेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि 26 अक्टूबर से 1500 श्रद्धालुओं को बाबा बैद्यनाथ मंदिर में जलार्पण व दर्शन की अनुमति दी गयी है. झारखंड के साथ-साथ दूसरे राज्यों के श्रद्धालु भी बाबा बैद्यनाथ का दर्शन ई-पास के माध्यम से कर सकते हैं. आपको बता दें कि आज सोमवार से पहले रोजाना 1000 भक्तों के ही बाबा मंदिर में प्रवेश करने की सीमा तय की गयी थी.
कोरोना महामारी की रोकथाम को लेकर सोशल डिस्टैंसिंग का अनुपालन सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से हर घंटा अधिकतम 125 श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी जा रही है. अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के पदाधिकारियों की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उपायुक्त एवं पुलिस अक्षीक्षक से की गयी मांग के बाद 24 अक्टूबर से बाबा बैद्यनाथ मंदिर का सिंह द्वार आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया. इससे पूर्व बाबा मंदिर का वीआईपी द्वार ही खुला था. आपको बता दें कि अभी भी बाबा मंदिर में प्रवेश के लिए पूर्वी व पश्चिमी द्वार बंद ही रखा गया है.
कोरोना महामारी को देखते हुए एहतियातन बच्चे, स्वास्थ्य लाभ ले रही महिलाएं एवं 65 वर्ष की आयु से अधिक उम्र वाले श्रद्धालुओं को सलाह दी गयी है कि वे अपने घर पर रहें. धार्मिक स्थलों पर जाने से बचें. बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर में प्रवेश से पहले थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य है. बाबा बैद्यनाथ मंदिर में आने वाले भक्तों के लिए आरोग्य सेतु एप डाउनलोन करना अनिवार्य है. मंदिर प्रबंधन को साफ-सफाई को लेकर विशेष निर्देश दिया गया है.
Posted By : Guru Swarup Mishra