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तूल पकड़ रहा है पदनाम का मामला, सुपरवाइजरी कैडर के सृजन की उठी मांग

बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ ने इस्पात मंत्री एचडी कुमार स्वामी को लिखा पत्र, वर्तमान पदनाम रद्द कर नया ग्रेड वाइज पदनाम, स्टैग्नेशन इंक्रीमेंट व सुपरवाइजरी कैडर की मांग

By Prabhat Khabar News Desk | July 8, 2024 11:08 PM

बोकारो. बोकारो स्टील प्लांट सहित सेल में पदनाम का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. बीएसएल से सुपरवाइजरी कैडर के सृजन की मांग उठी है. इसके लिए इस्पात मंत्री को पत्र लिखा गया है. बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ ने इस्पात मंत्री एचडी कुमार स्वामी को पत्र लिखा है. संघ ने इस्पात मंत्री से वर्तमान पदनाम रद्द कर नया ग्रेड वाइज पदनाम, स्टैग्नेशन इंक्रीमेंट व सुपरवाइजरी कैडर की मांग की है. संघ ने इस्पात मंत्री को पत्र लिखकर बीएसएल-सेल में सुपरवाइजरी कैडर का सृजन करने की मांग की है. कहा है कि सेल महारत्ना स्टेट्स के अनुसार सेल गैर कर्मियों का पदनाम, क्लस्टर की संख्या, पदोन्नति नीति, स्टैग्नेशन इंक्रीमेंट, यूनियनाइज्ड सुपरवाइजर पद सृजित कर सेल को वास्तविक तौर पर ग्रेट प्लेस ऑफ द वर्क बनाने का प्रयास करे.

आठ-10 प्रतिशत कर्मी हीं होंगे लाभान्वित

संघ ने कहा है कि कुछ दिन पहले सेल प्रबंधन व गैर निर्वाचित एनजेसीएस नेताओं के समूह की ओर से समझौता का तहत एक विवादास्पद पदनाम लागू किया गया है. वह पदनाम ऐसा है कि डिप्लोमा शैक्षणिक योग्यता पर नियुक्त 8-10 प्रतिशत कर्मचारी हीं नौकरी के अंतिम काल में जूनियर इंजीनियर पदनाम धारित कर पायेंगे. शुरु में इंजीनियिरिंग एसोसिएट जैसे बेतुका पदनाम धारण करेंगे. वहीं, कई ग्रेड को एक ही क्लस्टर में शामिल करने से कर्मियो में कार्यक्षेत्र का बंटवारा नहीं किया जा रहा है. यूनियन ने क्लस्टर की संख्या बढ़ाने की मांग की है. साथ हीं, प्रत्येक क्लस्टर का स्पष्ट कार्यक्षेत्र भी बनाने की मांग की है. बोकारो इस्पात संयंत्र मे अभी चार क्लस्टर समूहो में कर्मियों को बांटा गया है. इसको बढ़ाकर क्लस्टर ए, बी, सी, डी, इ क्लस्टर तक ग्रेड को वर्गीकृत करने की मांग यूनियन ने की है.

चार वर्ष में एक स्टैग्नेशन इंक्रीमेंट का भुगतान करने की मांग

एस-11 ग्रेड में वर्षों से अटके वरिष्ठ कर्मियों को पदोन्नति लाभ देने के लिए चार वर्ष में एक स्टैग्नेशन इंक्रीमेंट का भुगतान करने की भी मांग यूनियन ने अपने पत्र में की है. यूनियन ने पत्र की प्रतिलिपि इस्पात राज्य मंत्री व मुख्य श्रम आयुक्त (कें.) को भी भेजी है.

अधिकारी ने कहा

सेल के तत्कालीन डायरेक्टर पर्सनल अतुल श्रीवास्तव के समय बनाये गये पदनाम को अभी के समय में बैक डोर से लागू किया जा रहा है. एनजेसीएस यूनियन व उसके नेता पूरी तरह प्रबंधन के सामने पस्त हो गये हैं. हमें सम्मानजनक पदनाम का साथ पैसा व कार्यक्षेत्र में अधिकार (सुपरवाइजरी कैडर) भी चाहिए. हरिओम, अध्यक्ष, बीएकेएस बोकारो

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