Jharkhand News: बेरमो में ढोरी माता के वार्षिक समारोह व समारोही मिस्सा पूजा, विनय कंडुलना ने कही ये बातें

Jharkhand News: विनय कंडुलना डीडी ने जारंगडीह स्थित ढोरी माता तीर्थालय के प्रांगण में कहा कि हम सभी ईश्वर की संतान हैं. ईश्वर से आध्यात्मिक संबंध जोड़ना हम सबों का कर्तव्य है. प्रार्थना, त्याग, तपस्या तथा तीर्थ यात्रा कभी व्यर्थ नहीं जाता.

By Mithilesh Jha | October 31, 2022 9:33 PM
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Jharkhand News: ढोरी माता हमारी सहायिका व संरक्षिका हैं. हम इनके पास काफी आशाएं लेकर आते हैं. उनके प्रति अपना जीवन समर्पित कर देते हैं. वह हमारे निवेदन व प्रार्थना को स्वीकार करती हैं. हमारी मन्नतों को पूरा करती हैं. माता मरियम के माध्यम से आप प्रभु यीशु तक पहुंचे पाते हैं. मां मरियम मुक्तिदाता हैं. आप यहां आकर अपनी कमजोरियों व पाप पर प्रायश्चित करें. सभी अपने प्रभु से अतरंग संबंध जोड़ें. ये बातें खूंटी धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष विनय कंडुलना डीडी ने कहीं.

जारंगडीह में ढोरी माता का वार्षिक समारोह

विनय कंडुलना डीडी रविवार को जारंगडीह स्थित ढोरी माता तीर्थालय के प्रांगण में ढोरी माता के वार्षिक समारोह के समारोही मिस्सा पूजा को बतौर मुख्य याजक संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि हम सभी ईश्वर की संतान हैं. ईश्वर से आध्यात्मिक संबंध जोड़ना हम सबों का कर्तव्य है. प्रार्थना, त्याग, तपस्या तथा तीर्थ यात्रा कभी व्यर्थ नहीं जाता. हर किसी के जीवन के ज्ञान, प्रेम, शांति रूपी ज्योत पनपे यही हमारी ढोरी माता से, मरियम से कामना है.

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कई गणमान्य लोग हुए शामिल

समारोह में कई गणमान्य लोग शामिल हुए. इसमें सीसीएल के पूर्व सीएमडी बी अकला, श्रीमती अकला, सिमडेगा के कांग्रेस विधायक भूषण बारा, गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो, एटक नेता लखनलाल महतो, गोविंदपुर पीओ दिनेश गुप्ता, जारंगडीह पीओ पी गुईन, कथारा के पीओ, डीवीसी के मुख्य अभियंता सुशांत शन्नीग्रही शामिल हैं.

कई स्कूल की छात्राओं ने गीत व नृत्य में भाग लिया

समारोही मिस्सा पूजा के दौरान प्रस्तुत चढ़ावा नृत्य, दीप आरती, बाइबल नृत्य में करगली व बोकारो थर्मल कार्मल स्कूल, संत मारिया विद्यालय जवाहरनगर, करगली कार्मल स्कूल, संत अंथोनी स्कूल जारंगडीह की छात्राओं ने भाग लिया. नृत्य व गीत समारोह से समां बंध गया था. सिस्टर अंजली, फादर प्रदीप, फादर पौलुस कंडुलना, नार्बट लगडा, क्रिस्टीना टुटी, दोख्स कुल्लू, सिस्टर प्रेरणा, सिस्टर स्मृति, अनिता कुजूर सहित कई लोग गायक दल में शामिल थे.

30 हजार से ज्यादा श्रद्धालु जुटे

ढोरी माता के वार्षिक समारोह व समारोही मिस्सा पूजा में झारखंड व बिहार सहित देश भर से 30 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं का ढोरी माता तीर्थालय में जुटान हुआ. समारोही मिस्सा पूजा के दौरान तीर्थालय से सटा चर्च मैदान श्रद्धालुओं से खचाखच भरा था. मंदिर परिसर व बाहर भी श्रद्धालुओं का तांता लगा था. ढोरी माता के दर्शन के लिए आपाधापी मची थी. भक्तों की लंबी कतार मंदिर से मुख्य सड़क तक लगी थी. जारंगडीह, बेरमो, गोमिया, बोकारो थर्मल व फुसरो रेलवे स्टेशन भी श्रद्धालुओं से खचाखच भरा था.

क्या-क्या हुआ समारोही मिस्सा पूजा में

समारोही मिस्सा पूजा का शुभारंभ प्रवेश नृत्य से हुआ. इसके बाद प्रवेश गान, दया याचना, महिमा, ईश्वर केर वचन, अंतर भजन, जयघोष, विश्वास, निवेदन, चढ़ावा, दीप आरती, स्तुति गान, आरती, पिता हमारे, ईश मेमना, यीशु तुम दिल में, तू कितनी प्यारी है, तोई प्रभु दूर से बड़ी दूर से, मां है ढोरी माता, है ढोरी की माता जाऊं कहां तूझे छोड़कर, प्रभु कर प्यार आदि संगीतमय कार्यक्रम हुए.

शांति-व्यवस्था बनाये रखने में निभायी अहम भूमिका

शनिवार व रविवार को ढोरी माता तीर्थालय में हजारों श्रद्धालुओं पहुंचे, लेकिन यहां की व्यवस्था में कोई व्यवधान नहीं आया. न सिर्फ ईसाई बल्कि हर धर्म व संप्रदाय के लोगों ने बेरमो की साझी संस्कृति को बरकरार रखा. शांति-व्यवस्था बनाये रखने में अहम भूमिका निभायी. ढोरी माता तीर्थालय प्रबंध समिति सहित बोकारो थर्मल, कथारा ओपी व गांधीनगर थाना पुलिस के पदाधिकारियों ने सशस्त्र बलों के साथ सुरक्षा-व्यवस्था की कमान संभाल रखी थी.

पूजन सामग्री की जमकर हुई खरीदारी

ढोरी माता तीर्थालय में शनिवार व रविवार को पूजन सामग्रियों की श्रद्धालुओं ने जमकर खरीदारी की. लोगों ने धार्मिक पुस्तक, चढ़ावा के सामान सहित अन्य कई प्रकार की पूजन सामग्री खरीदी. पूरा तीर्थालय पूजन सामग्री की छोटी-छोटी दुकानों से पटा था. मेले में भी लोगों ने काफी सामानों की खरीदारी की. जारंगडीह के होटलों, चाय-पान की दुकानों में भी जमकर बिक्री हुई. इस अवसर पर कई लोगों ने अपने बच्चों का मुंडन भी कराया.

झारखंड की अलग-अलग जगहों से आये थे लोग

वार्षिकोत्सव में पूरे देश भर के अलावा झारखंड के कई क्षेत्रों से लोग आये थे. इसमें मुख्य रूप से रांची, तोरपा, खूंटी, जमशेदपुर, गढ़वा, पलामू, हजारीबाग, चतरा, कोडरमा, धनबाद, बोकारो, गोड्डा, दुमका, देवघर, चाईबासा, लातेहार, बूंडू, मेदनीनगर के अलावा कई जगहों से श्रद्धालु आये थे.

रिपोर्ट- राकेश वर्मा, बेरमो, बोकारो

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