विस्थापितों ने किया कारो माइंस को बंद
विस्थापितों ने किया कारो माइंस को बंद
फुसरो. कारो बस्ती विस्थापित मोर्चा ने शनिवार को विस्थापित परिवारों को बकाया नौकरी व मुआवजा देने सहित अन्य मांगों को लेकर सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र की कारो परियोजना का उत्पादन व ट्रांसपोर्टिंग बंद करा दिया. विस्थापित संजय गंझू, अजय गंझू, सोहनलाल मांझी व हेमलाल महतो ने कहा कि हमलोग हमेशा माइंस संचालन में सहयोग करते आ रहे हैं, लेकिन प्रबंधन विस्थापितों पर ध्यान नहीं दे रहा है. केवल आश्वासन देकर अपना काम निकालना चाहता है. प्रबंधन द्वारा अजय गंझू, संजय गुंझू, मेघलाल गंझू की नौकरी का मामला को लटका कर रखा गया है. खुदी और मोदी गंझू के परिवार की वंशावली का सत्यापन नहीं होने से उन्हें उनका अधिकार नहीं मिल पा रहा है. साहिदा खातून और सोहन मांझी का घर तोड़ कर मुआवजा नहीं दिया गया. जब तक लिखित आश्वासन नहीं मिलेगा, आंदोलन जारी रहेगा. इधर, पीओ शंभू कुमार झा व अन्य अधिकारी पहुंचे और आंदोलनकारियों से बात करते हुए उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया. कहा कि संजय गंझू, अजय गंझू, मेघलाल गंझू की नौकरी को लेकर मुख्यालय स्तर के अधिकारियों से वार्ता करायी जायेगी. बेरमो सीओ ने आश्वस्त किया है कि वंशावली के लिए आये आवेदनों पर आचार संहिता समाप्त होने के बाद 15 दिनों के भीतर ग्राम सभा कर प्रमाण पत्र निर्गत कर दिया जायेगा. अपील करते हुए कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू है, ऐसे में खदान में हड़ताल और बंदी करना नियमसम्मत नहीं है. आंदोलन स्थगित करें. इस पर विस्थापितों ने आंदोलन को स्थगित करते हुए कहा कि चुनाव के बाद अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो पुन: आंदोलन किया जायेगा. मौके पर नीरज महतो, कुलदीप गंझू, बाबू खान, वर्षा सोरेन, सुनील सोरेन, मोजम्मील खान, लखन हांसदा, नरेश गंझू, दीपक गंझू, महेश मुंडा, शिवचरण मुंडा, विशाल गंझू, संतोष गंझू, रोहन गंझू, मुन्ना विश्वकर्मा, सुरेंद्र गंझू, गुड़िया देवी, सोनी देवी, कामनी देवी, सोरामुनी देवी, रीना कुमारी, फुनवा देवी, सुनीता देवी, सुमित्रा देवी, भुखली देवी, बुधनी देवी, पनवा देवी, मोहनी देवी, पार्वती देवी, सोनाली देवी, फिरोजा खातुन, सुभद्रा देवी, आशमा खातून आदि मौजूद थे.