Bokaro News : विस्थापितों ने एकेके ओसीपी में ठप किया उत्पादन कार्य

Bokaro News : 25 सूत्री मांगों को लेकर बरवाबेड़ा, लोधरबेड़ा, कुरपनिया बस्ती व जरीडीह बस्ती के विस्थापितों ने सोमवार को सीसीएल बीएंडके एरिया की एकेके ओसीपी में उत्पादन कार्य ठप करा दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | December 23, 2024 11:15 PM

गांधीनगर. 25 सूत्री मांगों को लेकर बरवाबेड़ा, लोधरबेड़ा, कुरपनिया बस्ती व जरीडीह बस्ती के विस्थापितों ने सोमवार को सीसीएल बीएंडके एरिया की एकेके ओसीपी में उत्पादन कार्य ठप करा दिया. आंदोलन झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के बैनर तले हुआ. सुबह आंदोलनकारी पिट ऑफिस के समक्ष हॉल रोड में बैठ गये.

आश्वासन पर माने आंदोलनकारी

बाद में पीओ केएस गेवाल, मैनेजर सुमेधानंदन, भू-संपदा पदाधिकारी बीके ठाकुर, कार्मिक प्रबंधक रमेश कुमार, गांधीनगर थाना प्रभारी पिंटू महथा ने आंदोलनकारियों को समझाने का प्रयास किया. परंतु विभागीय कार्य नौ बजे तक और आउटसोर्सिंग पैच का कार्य लगभग 12 तक बाधित रहा. बाद पर एरिया के एसओ माइनिंग सत्येंद्र सिंह अधिकारियों के साथ वहां पहुंचे. उन्होंने कहा कि वार्ता के जरिये समस्याओं का समाधान किया जायेगा. इसके बाद पिट ऑफिस परिसर में वार्ता हुई. प्रबंधन की ओर से कहा गया कि जमीन से संबंधित मामले की प्रक्रिया चल रही है, उसे और तेज किया जायेगा. आउटसोर्सिंग कंपनी में नियोजन सहित अन्य मामलों पर भी हरसंभव प्रयास होगा. निर्णय हुआ की जनवरी माह में मोर्चा के नेताओं और प्रबंधन के बीच पुनः वार्ता होगी. मोर्चा के केंद्रीय सचिव रोशन महतो व प्रखंड पंचायत प्रतिनिधि गुलाम रब्बानी ने कहा कि प्रबंधन ने मांगों पर अगर सकारात्मक पहल नहीं की है तो मोर्चा चरणबद्ध आंदोलन करेगा. मौके पर केडी महतो, हसन रजा, जुगल महतो, मो इश्तियाक, मिन्हाज अंसारी, जीवन महतो, जितेंद्र महतो, साहिल महतो, राजेश गुप्ता, अशोक गुप्ता, मोहित रविदास, श्याम नारायण, राजेंद्र महतो, नौशाद अंसारी, कैलाश महतो, संतोष महतो आदि उपस्थित थे.

ये हैं मुख्य मांगें

लंबित मामलों में जमीन सत्यापन कर नौकरी व मुआवजा दिया जाये, सीसीएल के कोनार परियोजना के ठेका कार्यों में विस्थापितों को प्राथमिकता मिले, कोनार रेलवे साइडिंग में मैन्युअल लोडिंग चालू हो, नये विस्थापितों को सेल कमेटी से जोड़ा जाये, माइंस से सटे गांव का पुनर्वास हो, विस्थापितों को जमीन का मुआवजा नयी दर से दिया जाये, ब्लास्टिंग से क्षतिग्रस्त हुए घरों की मरम्मत करायी जाये, शादी समारोह व श्राद्धकर्म में जलावन के लिए कोयला दिया जाये, आउटसोर्सिंग कर्मियों को एचपीसी के तहत भुगतान किया जाये तथा ए फॉर्म में हाजिरी बनायी जाये

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version