चिकित्सक को मानते हैं भगवान, फिर कैसे करते हैं जघन्य अपराध

कोलकाता रेप-मर्डर केस के खिलाफ आइएमए चास से जुड़े चिकित्सकों ने निकाला कैंडल मार्च, दोषियों के खिलाफ की कार्रवाई की मांग

By Prabhat Khabar News Desk | August 14, 2024 10:02 PM

बोकारो. कोलकाता में चिकित्सक के साथ अमानवीय हरकत करनेवाले को फांसी दो, सभी दोषियों को अविलंब गिरफ्तार करो, हर हाल में न्याय चाहिए, चिकित्सकों को सुरक्षा मुहैया कराओ आदि-आदि नारों के साथ आक्रोशित आइएमए चास (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) से जुड़े चिकित्सकों ने सेक्टर चार सिटी सेंटर गांधी प्रतिमा स्थल से बुधवार को कैंडल मार्च निकाला. नेतृत्व आइएमए चास के अध्यक्ष डॉ संजय कुमार सिंह व सचिव डॉ अनुप्रिया पंकज ने संयुक्त रूप से किया. डॉ कुमार ने कहा कि चिकित्सक को धरती का भगवान मानते हैं, इसके बाद भी अमानवीय हरकत करते हैं. यह घटना सभ्य समाज के लिए शर्म की बात है. साथ ही सोचने का विषय है. आसपास रहनेवाले हैवान को पहचानने की जरूरत है. चिकित्सक का क्या दोष था. अपनी नींद, अपना चैन सबकुछ छोड़कर अस्पताल में मरीजों की सेवा कर रही थी. डॉ पंकज ने कहा कि चिकित्सक के साथ हैवानियत किसी भी स्थिति में बर्दाश्त के लायक नहीं है. पश्चिम बंगाल प्रशासन की जांच धीमी गति से चल रही है. घटना की जांच अविलंब सीबीआइ से करायी जानी चाहिए. घटना में लिप्त सभी लोगों की गिरफ्तारी कर अविलंब फांसी की सजा देनी चाहिए. अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था दुरूस्त होती, तो घटना नहीं घटती. डॉ रणधीर कुमार सिंह ने कहा कि चिकित्सक की सुरक्षा को लेकर सरकार भी सजग नहीं है. चिकित्सक हर दिन कार्यस्थल पर भयमुक्त होकर कार्य नहीं कर पाते है. रोजाना कहीं न कही चिकित्सक के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं होती है. इसे रोकने की जरूरत है. डॉ बीके पंकज ने कहा कि समाज को सोचने की जरूरत है. ऐसी घटना से समाज का सभ्य वर्ग भी सहमा हुआ है. डॉ अनन्या प्रसाद ने कहा कि सरकार अविलंब चिकित्सकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे. रात्रि पाली में अस्पतालों में सशस्त्र सुरक्षा गार्ड मुहैया कराये. रात्रि पाली में हर अस्पताल की निगरानी कड़ी होनी चाहिए. घटना का प्रभाव समाज पर भी है. मौके पर दर्जनों चिकित्सक मौजूद थे.

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