फुसरो नगर. सीसीएल ढोरी की एसडीओसीएम परियोजना के बीएलए आउटसोर्सिंग कंपनी के अधीन कार्यरत हाइवा चालक सोनाराम मांझी (50 वर्ष ) की मौत लू लगने से हो गयी. वह नावाडीह के कोदवाडीह का रहने वाला था. 30 मई को कार्य के दौरान लू लगा था. केंद्रीय अस्पताल ढोरी लाया. प्राथमिक उपचार के बाद बोकारो रेफर कर दिया. वहां इलाज के दौरान शनिवार की सुबह उसकी मौत हो गयी. इसके बाद स्थानीय लोग शव लेकर आउटसोर्सिंग साइट पहुंचे और इएसआइ के तहत मुआवजा राशि व मृतक के आश्रित को अन्य सुविधाएं देने की मांग की. आंदोलन में झामुमो, आजसू, भाजपा, जेबीकेएसएस से जुड़े नेताओं के अलावा श्रमिक प्रतिनिधि व काफी संख्या में मजदूर शामिल थे. मृतक की पत्नी व परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था. मृतक का एक पुत्र व एक पुत्री है. लगभग छह घंटे के आंदोलन के बाद प्रबंधन के साथ वार्ता हुई. मृतक की पत्नी बुधनी देवी को 18 लाख रुपया मुआवजा देने पर सहमति बनी. शाम में एसडीओसीएम पीओ कार्यालय में मृतक की पत्नी को समझौता पत्र दिया गया. बीएलए कंपनी की ओर से 15 लाख रुपये का चेक और एक लाख रुपया दाह-संस्कार के लिए तत्काल नगद दिया गया. शेष दो लाख रुपया सीसीएल ढोरी एरिया प्रबंधन द्वारा दिये जाने की बात कही गयी. मृतक के पत्नी को आउटसोर्सिंग कंपनी में नियोजन दिया जायेगा. इसके अलावा सात जून को आउटसाेर्स मजदूरों के परिचय पत्र सहित अन्य समस्याओं को लेकर वार्ता कराये जाने की बात भी प्रबंधन द्वारा कही गयी. वार्ता में जीएम एमके अग्रवाल, एसओपी प्रतुल्ल कुमार, पीओ शैलेश प्रसाद, तौकीर आलम, चंद्रपुरा सीओ नरेश कुमार वर्मा, दुगदा थाना प्रभारी मनीष कुमार, मकोली ओपी प्रभारी संजय सिंह के अलावा झामुमो नेता जयलाल महतो, आजसू नेता संतोष कुमार महतो, सांसद प्रतिनिधि दीपक महतो, गुंजरडीह मुखिया जयलाल महतो, जयनाथ महतो, सुरेश महतो, चिकू शर्मा, पूर्व मुखिया नकुल महतो, दौलत महतो, सोनराम हेंब्रम, घुनू हांसदा, फूलचंद किस्कू, जुगनू महतो, सुभाष महतो, श्रमिक नेता जितेंद्र दुबे, भीम महतो, नरेश महतो आदि शामिल थे. आंदोलनस्थल पहुंचे जयराम घटना की खबर पाकर जेबीकेएसएस के जयराम महतो सहित कई नेता पहुंचे. जयराम महतो के पहुंचने से पूर्व शव लेकर परिजन चले गये थे. वह मजदूरों की समस्याओं से अवगत हुए व कल्याणी स्थित पीओ कार्यालय पहुंचे. प्रबंधन से घटना व तय मुआवजा की जानकारी ली. इससे पूर्व जेबीकेएसएस नेता मोतीलाल महतो, कमलेश महतो सहित अन्य लोग पहुंचे थे. अधिकारियों के साथ श्रमिक प्रतिनिधियों की हुई बहस बेरमो फोटो जेपीजी 1-23 मांगों को लेकर विरोध जताते ठेका मजदूर आंदोलन के दौरान श्रमिक प्रतिनिधि जयलाल महतो व संतोष महतो ने प्रबंधन से कहा कि नियम के विपरित यहां आउटसोर्स कंपनी कार्य ले रही है. मृत मजदूर सोनाराम मांझी काे भी पहचान पत्र, इपीएफ, बैंक पेमेंट जैसी सुविधाएं नहीं दी गयी थी. यहां कार्यरत ब्लास्टिंग एरिया सहित अन्य विभागों के अधिकतर मजदूरों को भी यह नहीं दिया जाता है. आठ घंटे की जगह 12 घंटे कार्य लिया जाता है. आंदोलन कर रहे नेताओं की स्थानीय अधिकारियों से काफी बहस हुई. ब्लास्टिंग मजदूरों का कहना था कि सुविधाओं की मांग करने पर कंपनी द्वारा काम से बैठा दिये जाने की धमकी दी जाती है. परियोजना पदाधिकारी शैलेश प्रसाद ने कहा कि समस्याओं का समाधान किया जायेगा. मालूम हो कि बीएलए के साइट में इससे पूर्व भी कार्य के दौरान यहां दो घटनाएं घट चुकी है. पहली घटना 24 जून 2022 को घटी थी. तब पोकलेन मशीन में कोयले मे भूमिगत आग लगे स्थल पर कार्य के दौरान मशीन सहित ऑपरेटर की जलकर मौत हो गयी थी. वहीं पिछले माह वर्क शॉप साइट में आग लगने से डीजल टैंकर जल गया था.
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