Bokaro News : प्रशासनिक सजगता के कारण मंईयां सम्मान योजना में गड़बड़ी आयी पकड़ में

Bokaro News : गड़बड़ी पकड़ में नहीं आती, तो बोकारो जिले को होता करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान, एक ही अकाउंट से 94-95 बार आवेदन के खुलासे ने सभी को चौंकाया

By Prabhat Khabar News Desk | January 31, 2025 11:49 PM

बोकारो,

झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना में गड़बड़ी संबंधित खबर आये दिन आ रही है. भौतिक सत्यापन के दौरान बोकारो जिला में 11,200 फर्जी आवेदन की जानकारी प्राप्त हुई है. एक ही अकाउंट से 94-95 बार आवेदन का खुलासा भी हुआ है. इनमें से कई आवेदन को बीडीओ व सीओ स्तर से मंजूरी भी मिली, लेकिन जिला प्रशासन की उच्च सजगता के कारण आवेदन के तहत राशि निर्गत नहीं की गयी. इससे जिला का करोड़ों रुपये का नुकसान होने से बच गया. 11,200 फर्जी आवेदन की अगर स्वीकृति हो जाती, तो बोकारो जिला को हर माह 28000000 रुपये का नुकसान होता.

ऐसे मामला आया सामने

योजना के शुरुआती दिनों में भारी मात्रा में आवेदन जमा हुआ. कॉमन सर्विस सेंटर में आवेदन को लेकर लंबी कतार लगी. इसी का फायदा उठाकर फर्जीवाड़ा किया गया. जानकारों की माने तो सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी के कारण भी कॉमन सर्विस सेंटर संचालक को आवेदन में फर्जीवाड़ा करने का मौका मिला. लेकिन, बोकारो जिला प्रशासन ने आवेदन में दर्ज बैंक अकाउंट नंबर से आवेदन को मैच किया. अकाउंट नंबर मिलान के क्रम में कई आवेदन संदेह के घेरा में आया. इसके बाद एक से अधिक आवेदन में अंकित अकाउंट नंबर में योजना की राशि को निर्गत होने से रोक दिया गया. फिर अकाउंट वेरीफिकेशन का काम हुआ.

जांच के लिए घर-घर पहुंचने लगी टीम

आवेदन में गड़बड़ी पकड़े जाने के बाद जिला प्रशासन की ओर से भौतिक सत्यापन शुरू हुआ. भौतिक सत्यापन के दौरान टीम घर-घर पहुंचने लगी. आवेदक को प्रत्यक्ष रूप से देखने के बाद भौतिक सत्यापन फाइनल हुआ. इस क्रम में कई गड़बड़ी सामने आयी. इधर, बैंक अकाउंट नंबर की स्क्रीनिंग का काम भी लगातार जारी रहा. बैंक अकाउंट स्क्रीनिंग के दौरान जानकारी मिली कि सरकारी, प्राइवेट व स्मॉल पेमेंट बैंक सभी के अकाउंट नंबर के साथ खेल करने का प्रयास हुआ है. एक अकाउंट से 30 से लेकर 95 आवेदन प्राप्त हुआ है. आवेदक के उपनाम में भी बदलाव कर फर्जीवाड़ा की कोशिश हुई.

यह भी जानें

बोकारो जिले में मईयां सम्मान योजना को लेकर फर्जीवाड़ा का पहला मामला कसमार प्रखंड से मिला था. इसके बाद जांच में बड़ा मामला सामने आने लगा. ना सिर्फ बोकारो, बल्कि तार राज्य के पलामू जिला व पड़ोसी राज्य बिहार व बंगाल का कनेक्शन भी सामने आया. तीन सीएससी आइडी क्रमशः 243621130028 (ऑपरेटर, वीएलइ नाम – विक्कू कुमार रवि, पैरेंट आइडी नाम-उपेंद्र प्रसाद, मोबाइल सं-8873482243 – जिला पलामू), आइडी 542316220013 (मास्टर, वीएलइ नाम-सुमित कुमार, पैरेंट आइडी नाम-सुमित कुमार, मोबाइल सं-9122397271-जिला पलामू) व आइडी 423664770011 (मास्टर, वीएलइ नाम-फरयाद आलम, पैरेंट आइडी नाम-फरयाद आलम, जिला-किशनगंज, बिहार) से इन आवेदन को अलग-अलग नाम से किया गया है. बैंक खाता संख्या 100253493007, खाता धारक का नाम सूफनी खातून है. पता-मोतिविट्टा, कांटी, झारगांव, उत्तर दिनाजपुर, राज्य-पश्चिम बंगाल है. इस खाता का इस्तेमाल 94 बार अलग-अलग नाम से योजना का लाभ लेने के लिए किया गया है. 31 अक्टूबर व एक नवंबर 2024 को एक ही साथ कई बार आवेदन किया गया है. इसके अलावा बैंक खाता संख्या 100253387047, जिसके खाता धारक का नाम यूसुफ है, पता – पतागोड़ा, बड़ाखांती, उत्तर दिनाजपुर, राज्य- पश्चिम बंगाल था.

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