डुमरी उपचुनाव: सीएम हेमंत सोरेन पर आजसू अध्यक्ष सुदेश महतो ने साधा निशाना, यशोदा देवी को विजयी बनाने की अपील
आजसू पार्टी के अध्यक्ष सुदेश महतो ने मुख्यमंत्री द्वारा किए गए वादों पर प्रहार करते हुए कहा कि सरकार का 5 लाख रोजगार देने की जगह यहां के युवाओं को गाय, बकरी पालकर जीवनयापन के लिए कहना, यह दर्शाता है कि विकास को लेकर उनका फार्मूला क्या है?
रांची: डुमरी उपचुनाव के दौरान रविवार को आजसू के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो ने बोकारो के नावाडीह ऊपरी घाट की 9 पंचायतों में जनसभा को संबोधित किया. पोखरिया में आयोजित पहली जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह चुनाव 2024 की पटकथा लिखने का काम करेगा. यह कोई साधारण चुनाव नहीं है. यह चुनाव डुमरी की जनता लड़ रही है. इसका परिणाम राज्य को नई दिशा देगा. डुमरी की जनता का निर्णय राज्य की जनता को सरकार के 4 साल के कुशासन से मुक्ति दिलाने में सहायक साबित होगा. डुमरी के मतदाताओं से अपील करते हुए सुदेश महतो ने कहा कि हम सब चौकीदार हैं. मतदान के दिन आपको करिश्मा करना है. एक वोट छूटना नहीं चाहिए और एक वोट लूटना नहीं चाहिए. उन्होंने जनसभा में उमड़ी भीड़ से कहा कि जीतने वाला प्लेयर फाउल नहीं करता है, इसलिए चुपचाप केला छाप पर बटन दबाकर यशोदा देवी को विजयी बनाने का कार्य करें. अनुसूचित जाति के समाज के लोगों को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि जिस समाज का राज्य में 14 प्रतिशत भागीदारी है, उस समाज से कोई भी प्रतिनिधित्व मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल में नहीं दिया है. पढ़ाई, दवाई और न्याय गरीब से दूर होता जा रहा है. इसलिए अपने वोट के अधिकार को समझें और यशोदा मैया को डुमरी की सेवा करने का मौका दें. जनसभा में उपस्थित भीड़ से सवाल करते हुए उन्होंने पूछा कि इस पंचायत में कितने युवा हैं, जिन्हें हेमंत सरकार के प्रति वर्ष 5 लाख रोजगार देने के वादे का लाभ मिला है, कितने पढ़े लिखे बेरोजगार युवा हैं जिन्हें बेरोजगारी भत्ते का लाभ प्राप्त हुआ है.
सीएम हेमंत सोरेन पर साधा निशाना
आजसू के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो ने कहा कि डुमरी के लगभग 3 लाख मतदाता राज्य के 3.50 करोड़ मतदाताओं के उद्धारक बनें, यह दायित्व भी डुमरी के मतदाताओं के ऊपर ही है. मुख्यमंत्री के चुनाव प्रचार पर व्यंग करते हुए सुदेश महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से उतरकर सड़क मार्ग से प्रचार का साहस नहीं दिखा पा रहे हैं. अगर वह सड़क मार्ग से प्रचार करते तो उनके चार साल के कार्यकाल और डुमरी के 19 साल के जेएमएम के शासन का चेहरा उन्हें यहां की सड़क पर दिख जाता. आम जनता का क्या हाल है, उनकी मुश्किलें क्या हैं और प्रशासन और केंद्र के बीच का फासला तय करने में कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, इसे समझने के लिए जमीन पर चलाना पड़ता है. 3 कमरों वाला वह मकान कितनों को अब तक मिल पाया है. यह सभी कुछ समझने और जनता को सरकार की असलियत समझने के लिए यात्रा निकली गयी है. सुदेश महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री विकास को लेकर एनडीए से सवाल कर रहे हैं, उन्हें पहले यह बताना चाहिए कि 27 वर्षों में दुमका का कितना विकास हुआ है? आजसू पार्टी किसी भी मंच पर विकास को लेकर बहस करने के लिए तैयार है. मुख्यमंत्री के किए गए वादों पर प्रहार करते हुए कहा कि सरकार का 5 लाख रोजगार देने की जगह यहां के युवाओं को गाय, बकरी पालकर जीवनयापन के लिए कहना यह दर्शाता है कि विकास को लेकर उनका फार्मूला क्या है?
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कार्यशैली पर सवाल
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि ’राजा के बेटे को गद्दी मिली है, वह प्रजा का हाल नहीं जानते. आपके दुखों को समझ नहीं पाते हैं. सोने का चम्मच लेकर पैदा होने वाला आदिवासी, मूलवासी और गरीब के दुख दर्द क्या है नहीं जानता. हेमंत सोरेन परिवार को ही राज्य समझते हैं. यही जेएमएम का चरित्र भी है और चेहरा भी. झारखंड मुक्ति मोर्चा को घेरते हुए उन्होंने कहा कि इस पार्टी की कल्पना स्वर्गीय बिनोद बाबू ने की थी. उनका नारा था पढ़ो और लड़ो, लेकिन आज का झामुमो उनकी सोच पर नहीं चल रहा है. बिनोद बाबू के नारे से दूर ले जाने का प्रयास इस पार्टी के द्वारा किया जा रहा है. बिनोद बाबू चाहते थे कि हमारे युवा पढ़े और आगे बढ़े लेकिन जेएमएम ने बच्चों के हाथ में किताब और पेन की जगह शराब की बोतलें पकड़ा दी हैं. पढ़ाई, दवाई और न्याय गरीब से दूर होता जा रहा है. इसलिए अपने वोट के अधिकार को समझें और यशोदा मैया को डुमरी की सेवा करने का मौका दें.
पिछले वादों का हिसाब दे झामुमो
सुदेश महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपनी जनसभा में राजनीतिक सम्मान की बात कही है लेकिन वह भूल गए कि राजनीति में सम्मान भागीदारी के आधार पर सुनिश्चित होता है. घर की बहू को मंत्री बनाकर मद्य निषेध विभाग की जिम्मेदारी देना किस प्रकार का सम्मान है. डुमरी की जनता और समाज को अपमानित करने का काम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया है. डुमरी के विकास को लेकर सरकार को घेरते हुए सुदेश महतो ने कहा कि डुमरी के ऊपरघाट में 15 किलोमीटर तक कोई उच्च विद्यालय नहीं है. यह शिक्षा मंत्री का क्षेत्र रहा है और अब डुमरी से शिक्षा को ही छीनने का काम किया गया है. 2019 में जितने वादे किए गए थे, उनका हिसाब देने का समय आ चुका है.
Also Read: झारखंड: डुमरी उपचुनाव पर बोले बाबूलाल मरांडी, 2019 के गिरिडीह लोकसभा चुनाव का परिणाम दोहराएगा एनडीए
जनता से किया सवाल
सुदेश महतो ने अपने कार्यकाल की चर्चा करते हुए कहा कि मैंने 23 प्रखंड को ब्लॉक का दर्जा देने का निर्णय लिया था. वह संचिका आज भी राह देख रही है. अगर मुख्यमंत्री में विकास को लेकर चिंता होती तो वह इस क्षेत्र में वोट मांगने आने से पहले उन्हें प्रखंड का दर्जा देते और फिर वोट मांगते. 400 वादे कर आने वाली सरकार के 400 काम कहां हैं, यही देखने के लिए मैंने यात्रा प्रारंभ किया है, जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया है वह कहां है? किस स्थिति में है, इसका पता करने के लिए यात्रा की जा रही है. जनसभा में उपस्थित भीड़ से सवाल करते हुए उन्होंने पूछा कि इस पंचायत में कितने युवा हैं, जिन्हें हेमंत सरकार के प्रति वर्ष 5 लाख रोजगार देने के वादे का लाभ मिला है, कितने पढ़े लिखे बेरोजगार युवा हैं जिन्हें बेरोजगारी भत्ते का लाभ प्राप्त हुआ है. 3 कमरों वाला वह मकान कितनों को अब तक मिल पाया है. यह सभी कुछ समझने और जनता को सरकार की असलियत समझने के लिए यात्रा निकली गयी है.
हेमंत सोरेन पर हमलावर सुदेश महतो
सुदेश महतो ने मुख्यमंत्री के किए गए वादों पर प्रहार करते हुए कहा कि सरकार का 5 लाख रोजगार देने की जगह यहां के युवाओं को गाय, बकरी पालकर जीवनयापन के लिए कहना यह दर्शाता है कि विकास को लेकर उनका फार्मूला क्या है? राज्य के शीर्ष पद पर बैठा व्यक्ति इतना झूठ कैसे बोल सकता है?उन्होंने जनता से कहा कि आप कैसा शासन चाहते हैं यह तय आपको करना है. हमें मौका दीजिए अगले एक साल में हम दिखा देंगे शासन किसे कहते हैं? सुदेश महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री विकास को लेकर एनडीए से सवाल कर रहे हैं, उन्हें पहले यह बताना चाहिए कि 27 वर्षों में दुमका का कितना विकास हुआ है? आजसू पार्टी किसी भी मंच पर विकास को लेकर बहस करने के लिए तैयार है. सरकार के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जनता को विश्वास दिलाने में नाकाम रहे हैं कि उनके राज्य में बिना पैसे दिए हुए कोई काम हो सकता है. सरकार ने पुलिस और चोर के बीच के अंतर को समाप्त कर दिया है. यह सरकार आने वाली पीढ़ी को बर्बाद करने का काम कर रही है.
Also Read: झारखंड में थम नहीं रही मानव तस्करी, साहिबगंज की नौ नाबालिग दिल्ली से करायी गयीं मुक्त
केला छाप पर बटन दबाकर विजयी बनाएं
आजसू पार्टी के चूल्हा प्रमुखों पर मुख्यमंत्री द्वारा हमलावर होने को लेकर उन्होंने जनता से बोला कि मुख्यमंत्री अपने चार साल के काम जनता को गिनाने की जगह हमारे चूल्हा प्रमुखों पर हमला करने का काम कर रहे हैं. मैंने पहले ही बोला था कि चूल्हा प्रमुखों कि चर्चा पूरे चुनाव में होगी और इनके सभी मंत्री चूल्हा-चूल्हा करते नजर आएंगे. डुमरी के मतदाताओं से अपील करते हुए सुदेश महतो ने कहा कि हम सब चौकीदार हैं. मतदान के दिन आपको करिश्मा करना है. एक वोट छूटना नहीं चाहिए और एक वोट लूटना नहीं चाहिए. उन्होंने जनसभा में उमड़ी भीड़ से कहा कि जीतने वाला प्लेयर फाउल नहीं करता है, इसलिए चुपचाप केला छाप पर बटन दबाकर यशोदा देवी को विजयी बनाने का कार्य करें. अनुसूचित जाति के समाज के लोगों को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि जिस समाज का राज्य में 14 प्रतिशत भागीदारी है, उस समाज से कोई भी प्रतिनिधित्व मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल में नहीं दिया है. पढ़ाई, दवाई और न्याय गरीब से दूर होता जा रहा है. इसलिए अपने वोट के अधिकार को समझें और यशोदा मैया को डुमरी की सेवा करने का मौका दें.