डीवीसी के डॉक्टर अब 60 की जगह 65 वर्ष में होंगे सेवानिवृत्त
डीवीसी के डॉक्टर अब 60 की जगह 65 वर्ष में होंगे सेवानिवृत्त
बोकारो थर्मल/चंद्रपुरा. डीवीसी में कार्यरत डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति की उम्र 60 वर्ष से बढ़ा कर 65 वर्ष कर दी गयी है. यह निर्णय डीवीसी की 674वीं बोर्ड बैठक में लिया गया. डीवीसी के इडी एचआर राकेश रंजन ने बुधवार को इस आशय की सूचना जारी की. इसमें कहा कि देश भर में योग्य डॉक्टरों की कम उपलब्धता और अन्य कारणों को लेकर भारत सरकार ने अपनी विभिन्न चिकित्सा सेवाओं में डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति उम्र बढ़ा कर 65 वर्ष कर दी है. डीवीसी को भी वर्तमान और भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डॉक्टरों की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है. इसलिए डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति उम्र बढ़ाने का मामला विचाराधीन था और इस मामले को 22 जुलाई को आयोजित बैठक में बोर्ड के समक्ष रखा गया था. इसमें निर्णय लिया गया कि दंत चिकित्सकों सहित डीवीसी के स्थायी चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति उम्र बढ़ाने का निर्णय हुआ. सेवारत डॉक्टरों को वर्तमान सेवानिवृत्ति आयु 60 वर्ष पूरा होने से कम से कम तीन महीने पहले अपनी सेवा 65 वर्ष तक बढ़ाने का विकल्प देना होगा. डीवीसी में कार्यरत तथा उपयुक्त मानदंडों को पूरा करने वाले डॉक्टर डीएचएस के माध्यम से कार्यपालक निदेशक एचआर के सामने अपना विकल्प प्रस्तुत कर सकते हैं. अपना विकल्प तीन माह पूर्व प्रस्तुत नहीं करने वाले डॉक्टर 60 वर्ष की उम्र में ही सेवानिवृत्त होंगे. बोर्ड की बैठक में लिया गया उक्त निर्णय तत्काल प्रभाव से लागू माना जायेगा.
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