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झारखंड में 50,000 शिक्षकों की बहाली, 1932 का खतियान ‍व निशिकांत दुबे पर क्या बोले मंत्री जगरनाथ महतो

शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि सर्वजन पेंशन योजना के तहत सभी को पेंशन मिल रही है. 50 हजार शिक्षकों की बहाली पर कहा कि इसके लिए नियोजन नीति बनेगी, जैसे बिहार में नीति बनी हुई है. बिहार में जो नीति बनी है, उसमें सिर्फ बिहार के लोगों की ही शिक्षक में बहाली होती है.

By Guru Swarup Mishra | November 19, 2022 5:53 PM

Jharkhand News: झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने शनिवार को बोकारो स्थित अपने गांव अलारगो में प्रभात खबर से बातचीत में 50 हजार शिक्षकों की बहाली, बीजेपी, 1932 का खतियान और निशिकांत दुबे पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ भाजपा की बड़ी साजिश है. भारतीय जनता पार्टी चुनाव के बाद से ही लगातार सरकार के खिलाफ साजिश कर रही है. कभी खरीद-फरोख्त, तो कभी सरकारी तंत्र को लगाकर परेशान किया जा रहा है. भाजपा चाहती है कि पूरे देश में किसी का राज नहीं हो. जहां-जहां भाजपा सरकार है, वहां कोई जांच नहीं चल रही है. जहां गैर भाजपा सरकार है वहां जांच में ईडी, आईटी, सीबीआई लगी हुई है.

शिक्षक नियुक्ति के लिए बनेगी नीति

शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि सर्वजन पेंशन योजना के तहत सभी को पेंशन मिल रही है. 50 हजार शिक्षकों की बहाली पर कहा कि इसके लिए नियोजन नीति बनेगी, जैसे बिहार में नीति बनी हुई है. बिहार में जो नीति बनी है, उसमें सिर्फ बिहार के लोगों की ही शिक्षक में बहाली होती है. सभी राज्यों की स्थानीय नीति है सिर्फ झारखंड की नहीं बनी है. नियोजन नीति स्पष्ट होगी झारखंड के लिए, जिसका 1932 का खतियान होगा, वह झारखंडी होगा. अब क्लास थ्री व फोर का पद रिजर्व हो गया है. अब बाहर के लोग नहीं आ सकते हैं.

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1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति पर मुहर लगाए केंद्र

सांसद निशिकांत दुबे के मुद्दे पर कहा कि वे बहुत जानकार आदमी हैं. झारखंड की राजनीति करते हैं. इसलिए झारखंडियों के हित में देखना चाहिए. विरोध करेंगे तो जनता सबक सिखायेगी. एक सवाल के जवाब में कहा कि वे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से आग्रह करेंगे कि जिस तरह का प्रस्ताव 1932 की स्थानीय नीति को लेकर केंद्र सरकार के पास भेजा गया है, उसी तरह वे झारखंडहित में उसे राज्य को वापस कर दें, ताकि 1932 पर केंद्र की भी मुहर लग सके.

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रिपोर्ट : राकेश वर्मा, बेरमो

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