Jharkhand News: बेरमो (राकेश कुमार वर्मा) : झारखंड के शिक्षा मंत्री (Jharkhand Education Minister) जगरनाथ महतो (Jagarnath Mahto) राज्य की शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ-साथ अब पढ़ाई भी करेंगे. जी हां. उन्होंने 11वीं क्लास में दाखिला ले लिया है. बोकारो जिला के बेरमो प्रखंड अंतर्गत नावाडीह स्थित अपने ही देवी महतो महाविद्यालय में उन्होंने सोमवार (10 अगस्त, 2020) को एडमिशन करवाया.
एडमिशन करवाने के बाद श्री महतो ने कहा कि अब वह उच्च शिक्षा हासिल करेंगे. इसलिए आर्ट्स संकाय में एडमिशन करवाया है. कॉलेज के कार्यालय कक्ष में जाकर मंत्री श्री महतो ने नामांकन फॉर्म का शुल्क जमा किया. इसके बाद नामांकन फॉर्म को भरा और 1100 (एक हजार एक सौ रुपये मात्र) रुपये नामांकन शुल्क के साथ उसे जमा करवाया.
कॉलेज के प्राचार्य दिनेश प्रसाद वर्णवाल ने शिक्षा मंत्री का नामांकन लिया. नामांकन के बाद श्री महतो ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वह सारा काम देखते हुए सब कुछ करेंगे. कहा, ‘क्लास भी करेंगे और मंत्रालय भी संभालेंगे. घर में किसानी का काम भी करेंगे, ताकि मेरे काम को देखकर अन्य लोग भी प्रेरित हों.’
Also Read: आइआरबी के 250 में 80 जवान कोरोना पॉजिटिव, सुविधाएं नहीं मिलने का लगाया आरोपजगरनाथ महतो ने कहा, ‘शिक्षा हासिल करने की कोई उम्र सीमा नहीं होती. अन्य नौकरियों में रहते हुए लोग आईएएस, आईपीएस की तैयारी करते हैं और सफल भी होते हैं. मंत्री बनने के बाद कुछ लोगों को दिल में बहुत जोर का लगा. कहा कि 10वीं पास को शिक्षा मंत्री बनाया गया है.’
शिक्षा मंत्री ने कहा कि उनके अंदर कुछ करने का जज्बा है. वह ऐसे लोगों को कुछ नहीं कहेंगे. विधिवत पढ़ाई करके इंटर की परीक्षा पास करेंगे, वही आलोचकों को उनका जवाब होगा. मंत्री ने कहा कि पूरे राज्य में 4,416 लीडर स्कूल खुलेंगे, जिसमें बेहतर से बेहतर सुविधाएं बच्चों को मिलेंगी. इसके फाइल पर उन्होंने आज ही साइन किया है.
मालूम हो कि शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने वर्ष 1995 में चंद्रपुरा प्रखंड के नेहरू उच्च विद्यालय तेलो से मैट्रिक की परीक्षा द्वितीय श्रेणी में पास की थी. मालूम हो कि देवी महतो महाविद्यालय की स्थापना मंत्री के सहयोग से ही हुआ है. अपने द्वारा स्थापित महाविद्यालय में अब स्वयं शिक्षा ग्रहण करेंगे.
Also Read: Coronavirus in Jharkhand: कोरोना मरीजों के इलाज के लिए धनबाद में खुलेगा झारखंड का दूसरा प्लाज्मा बैंकशिक्षा मंत्री ने एडमिशन के लिए रवाना होने से पहले कहा कि जिस दिन वह झारखंड के शिक्षा मंत्री बने थे, उसी दिन सोच लिया था कि अब आगे की पढ़ाई करेंगे. उनके मंत्री बनने के बाद लोगों ने कहा था कि दसवीं पास विधायक को शिक्षा मंत्री बनाया गया है. इसलिए हमने तय किया कि हम पढ़ेंगे. उच्च शिक्षा हासिल करेंगे और राज्य के विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा सुविधा देंगे.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि पश्चिमी सिंहभूम जिला के चक्रधरपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक रहे सुखराम उरांव ने विधानसभा का सदस्य चुने जाने के बाद एक बार फिर से पढ़ाई शुरू की थी और स्नातक की डिग्री हासिल की थी. सुखराम उरांव इस वक्त सुदेश महतो की पार्टी ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी में हैं.
Posted By : Mithilesh Jha