Bokaro News: ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था को बनाना है सुदृढ़ : बीडीओ
Bokaro News: जिस पंचायत का विद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर स्थान प्राप्त करेगा, वहां के मुखिया होंगे सम्मानित
Bokaro News: बेरमो प्रखंड कार्यालय सभागार में गुरुवार को प्रखंड स्तरीय एक दिवसीय मुखिया सम्मेलन का आयोजन बीडीओ मुकेश कुमार की अध्यक्षता में हुआ. उद्घाटन बीडीओ श्री कुमार सहित मुखियाओं ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. मौके पर बीडीओ मुकेश कुमार ने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना है. मुखिया को जनप्रतिनिधि के रूप में काफी अधिकार प्राप्त हैं, जिसे वे अपने पंचायत के विकास के साथ शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने में भी इस्तेमाल करें. कहा कि शिक्षा के प्रति लोगों को प्रेरित करें तथा ड्रापआउट बच्चों को चिह्नित कर विद्यालय में वापस आने की ओर प्रेरित करें. कहा कि शिक्षा हमारे समाज के विकास की नींव को मजबूत करने में लाभदायक है. जिस पंचायत के विद्यालयों का अनुश्रवण मुखिया द्वारा किया जाता है, वैसे विद्यालयों में बदलाव देखने को मिला है. कहा कि जिस पंचायत का विद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर स्थान प्राप्त करेगा, उस पंचायत के मुखिया को उत्कृष्ट सम्मान से सम्मानित किया जायेगा.
मुखिया ने भी अपने सुझाव किये साझा :
बीडीओ ने कहा कि बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं (चाइल्ड एंटीटलमेंट) का वितरण एवं मध्याह्न भोजन वितरण का पर्यवेक्षण कराना है. कहा कि बच्चों के शिक्षा के साथ-साथ शारीरिक एवं मानसिक विकास भी हो, इस पर भी ध्यान देने की जरूरत है. इस दौरान विभिन्न मुखिया ने अपनी-अपनी पंचायतों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने और विद्यालयों में सुधार के लिए अपने सुझाव भी साझा किये. मौके पर बीपीआरओ मिथिलेश पांडेय, मुखिया कंचन देवी, चंद्रदेव घांसी, विश्वनाथ महतो, दुर्गावती देवी, सीमा महतो, विशाल प्रकाश, पंकज कुमार, सुमंती देवी, दीपक रजक, रकीब खान, मुन्ना सिंह, रामचंद्र प्रसाद, कौशलेंद्र सिंह आदि मौजूद थे.इन बातों की दी गयी जानकारी :
अपने क्षेत्राधीन 6-14 आयु वर्ग के सभी बच्चों का ग्राम शिक्षा रजिस्टर तैयार करना एवं प्रतिवर्ष अद्यतन करना, प्राथमिक शिक्षा बीच में छोड़ने वाले बच्चों को चिह्नित कर उनका नामांकन पुनः विद्यालय में कराना, बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं (चाइल्ड एंटीटलमेंट) का वितरण एवं मध्याह्न भोजन वितरण का पर्यवेक्षण करना, प्रारंभिक शिक्षा के लिए स्कूलों का सामाजिक अंकेक्षण एवं ग्रामसभा का आयोजन करना, क्षेत्राधीन अवस्थित विद्यालयों का निरीक्षण करना एवं निरीक्षण टिप्पणी विद्यालय प्रबंधन समिति को उपलब्ध कराना, प्रारंभिक विद्यालयों के शिक्षकों की नियमित उपस्थिति का अनुश्रवण करना, विद्यालय में यह सुनिश्चित करना कीकिसी भी बालक बालिका के साथ जाति, वर्ग, धार्मिक या लिंग संबंधी विभेद नहीं हो आदि शामिल है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है