झारखंड में अब पैसे के अभाव में बाधित नहीं होगी पढ़ाई, विदेश में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को मिलेगी छात्रवृत्ति, पढ़िए हेमंत सरकार की क्या है तैयारी

रांची : सरकार विदेश में जाकर पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देगी. इस संबंध में राज्य सरकार द्वारा प्रस्ताव तैयार किया गया है. इसकी प्रक्रिया जल्द पूरी कर ली जायेगी. राज्य में अब किसी भी बच्चे की पैसे के अभाव में पढ़ाई नहीं बाधित होगी. उक्त बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को प्रोजेक्ट भवन सभागार में टॉपर विद्यार्थियों के सम्मान समारोह में कहीं. उन्होंने कहा कि सरकार ने सरकारी, गैर सरकारी सभी कोटि के विद्यालय के बच्चों को पुरस्कृत किया है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 4, 2020 12:41 PM

रांची : सरकार विदेश में जाकर पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देगी. इस संबंध में राज्य सरकार द्वारा प्रस्ताव तैयार किया गया है. इसकी प्रक्रिया जल्द पूरी कर ली जायेगी. राज्य में अब किसी भी बच्चे की पैसे के अभाव में पढ़ाई नहीं बाधित होगी. उक्त बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को प्रोजेक्ट भवन सभागार में टॉपर विद्यार्थियों के सम्मान समारोह में कहीं. उन्होंने कहा कि सरकार ने सरकारी, गैर सरकारी सभी कोटि के विद्यालय के बच्चों को पुरस्कृत किया है.

सीएम ने कहा कि कोविड 19 के कारण इस वर्ष बच्चों को पुरस्कृत करने में थोड़ा विलंब हुआ, पर अगले वर्ष रिजल्ट जारी होने के एक माह के अंदर बच्चों को पुरस्कृत कर दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि कोरोना का असर सभी क्षेत्रों पर पड़ा, पर शिक्षा का क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. कुछ स्कूलों ने अपने स्तर पढाई की व्यवस्था की है. सरकार द्वारा बच्चों की पढ़ाई को लेकर दो एप तैयार किया गया है. यह समाधान की पहली सीढ़ी है, इसे आगे और सुदृढ़ किया जायेगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में ऐसे विद्यालय जिसकी चर्चा राष्ट्रीय स्तर पर होती है. विद्यालय के अब तक लगभग दो हजार विद्यार्थी यूपीएससी की परीक्षा पास कर चुके हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से बचाव को लेकर अभी लापरवाही नहीं बरतें. निर्देशों का पालन करें. समारोह में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह समेत अन्य अधिकारी व लोग मौजूद थे.

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बच्चों को ऑनलाइन लर्निंग मेटेरियल भेजने के लिए स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग द्वारा एप तैयार किया गया है. मुख्यमंत्री ने दोनों एप गुरुवार को लांच किये. कक्षा एक से आठ तक के बच्चों के लिए डीजी स्कूल व कक्षा नौ से 12वीं तक के लिए लर्नेटिक्स नाम से एेप तैयार किया गया है. मौके पर स्कूल हेल्थ एंड वेलनेस प्रोग्राम शुभारंभ किया गया. इसके तहत कक्षा छह से 12वीं तक के बच्चों को स्वास्थ्य संबंधित जानकारी दी जायेगी.

आकांक्षा-40 के आठ विद्यार्थियों को लैपटॉप देकर पुरस्कृत किया गया. इनका चयन इंजीनियरिंग व मेडिकल कॉलेज में हुआ है. इनमें अंशु कुमार (आइइटी भिलाई), प्रियांशु राज (अाइआइटी धनबाद), आकाश चंद्र (आइआइटी धनबाद), बंटी साहू (आइआइटी खड़गपुर), धनंजय घोष (बीआइटी सिंदिरी), राहुल कुमार (वीवीएमसी सफदरगंज मेडिकल कॉलेज), नीतीश कुमार पंडित (रिम्स रांची) और अरमार अंसारी (एम्स कल्याणी-पश्चिम बंगाल) शामिल हैं. वहीं मुख्यमंत्री ने आकांक्षा-40 के राज्य समन्वयक वीके सिंह को भी सम्मानित किया.श्री सिंह की देखरेख लगभग 150 बच्चों का चयन देश के विभिन्न इंजीनियरिंग व मेडिकल कॉलेज में नामांकन के लिए हुआ है.

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राज्य के 119 विद्यालयों को मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार दिया गया. इसमें से नौ विद्यालयों को राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा पुरस्कृत किया गया. राज्यस्तरीय पुरस्कार के लिए चयनित विद्यालय को एक लाख से लेकर दो लाख तक पुरस्कार राशि दी गयी. तीन विद्यालयों को कांस्य (प्रमाणीकरण) सर्टिफिकेट दिया गया.

प्राथमिक विद्यालय कुटमू लोहरदगा

प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर देवघर

राजकीय मध्य विद्यालय कसवागढ़ बोकारो

मध्य विद्यालय लोहरदगा

राजकीयकृत हाइस्कूल अमलाबाद बोकारो

योगदा सत्संग हाइस्कूल, जगन्नाथपुर, रांची

कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय सेन्हा लोहरदगा

समर्थ आवासीय विद्यालय गोलमुरी जमशेदपुर

सरस्वती शिशु विद्या मंदिर गुमला

Posted By : Guru Swarup Mishra

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