करंट से बिजली मिस्त्री की मौत, सात घंटे पोल पर लटका रहा शव
गांधीनगर : गांधीनगर थाना क्षेत्र के जरीडीह बाजार-बेरमो स्टेशन मार्ग पर हाइटेंशन बिजली पोल पर चढ़कर काम करने के दौरान करंट प्रवाहित होने से चलकरी गांव के प्राइवेट बिजली मिस्त्री सुनील ठाकुर की मौत हो गयी. घटना गुरुवार की सुबह करीब आठ बजे हुई. सुनील के साथ पोल पर चढ़े एक अन्य मिस्त्री आनंद सोनी […]
गांधीनगर : गांधीनगर थाना क्षेत्र के जरीडीह बाजार-बेरमो स्टेशन मार्ग पर हाइटेंशन बिजली पोल पर चढ़कर काम करने के दौरान करंट प्रवाहित होने से चलकरी गांव के प्राइवेट बिजली मिस्त्री सुनील ठाकुर की मौत हो गयी. घटना गुरुवार की सुबह करीब आठ बजे हुई. सुनील के साथ पोल पर चढ़े एक अन्य मिस्त्री आनंद सोनी झटका खाकर 20 फीट नीचे गिर कर जख्मी हो गया. सुनील का शव पोल पर करीब सात घंटे लटका रहा. उसका पूरा शरीर जल गया था. घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने मृतक के आश्रित को नियोजन, 20 लाख रुपया मुआवजा देने व दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर शव को घंटों रोके रखा. वार्ता के बाद शाम तीन बजे शव को पोल से उतारा गया.
कैसे हुई घटना : बुधवार रात आंधी-पानी के कारण चलकरी बस्ती की लाइन खराब हो गयी थी. गुरुवार की सुबह आठ बजे कथारा सब स्टेशन के स्थायी कर्मी संतोष साव, संवेदक के अधीन कार्यरत प्राइवेट बिजली मिस्त्री सुनील ठाकुर और आनंद सोनी लाइन की मरम्मत के लिए 11 हजार वोल्ट के पोल के पास पहुंचे थे. कथारा सब स्टेशन से लाइन कटवाने के बाद प्राइवेट बिजली मिस्त्री सुनील ठाकुर और आनंद पोल पर चढ़कर लाइन की मरम्मत कर रहे थे. करीब 15 मिनट के बाद जोर से फ्लैशिंग हुई. सुनील ठाकुर का पैर पोल के ऊपर फंस गया और उसका शरीर नीचे झूल गया. वहीं झटका खाकर आनंद सोनी पोल से नीचे गिर गया. घटना के बाद काफी संख्या में लोग वहां पहुंचे और मृतक के आश्रित को नौकरी, 20 लाख रुपया मुआवजा तथा दोषियों पर कार्रवाई की मांग करने लगे.
सीओ ने पोल में लटके सुनील के शव को उतारने को कहा. इस पर ग्रामीण भड़क गये. ग्रामीणों ने सीओ से कहा कि जब तक मृतक के आश्रित को नियोजन व मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक शव को उतारने नहीं दिया जायेगा. सीओ ने झारखंड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एसडीओ गिरधारी सिंह मुंडा को सूचना दी. एसडीओ वहां पर पहुंचे. वार्ता के बाद उतारा गया शव : इसके बाद बेरमो सीओ, जेवीभीएनएल के एसडीओ के साथ जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों की वार्ता हुई. इसमें सहमति बनी कि मृतक की पत्नी को तत्काल एक लाख रुपये दिये जायेंगे.
इसमें 50 हजार रुपये बेरमो विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह तथा अनूप सिंह के सौजन्य से तथा संवेदक की तरफ से 20 हजार रुपये एवं एसडीओ अन्य स्रोतों बाकी राशि देंगे. तत्काल आश्रित के पिता भुनेश्वर ठाकुर को 20 हजार रुपये दिये गये. आश्रित पत्नी को नियमानुसार नियोजन देने तथा विभाग की ओर से दो लाख रुपये 10 दिनों के अंदर देने पर सहमति बनी. बीमा राशि भुगतान को लेकर विभागीय पहल की जायेगी. वार्ता के बाद अपराह्न तीन बजे शव को पोल से उतारा गया और पोस्टमार्टम के लिए तेनुघाट भेजा गया.
वार्ता में बेरमो सीओ मनोज कुमार, विभाग के एसडीओ गिरधारी सिंह मुंडा, डीपीआरओ राजशेखर, बेरमो इंस्पेक्टर सुधीर सुरीन, पेटरवार थानेदार विपिन कुमार, गांधीनगर थाना प्रभारी पंकज कुमार कच्छप, फुसरो नप अध्यक्ष चुन्नू सिंह, उपाध्यक्ष छेदी नोनिया, श्रमिक प्रतिनिधि वीरेंद्र कुमार सिंह, सुबोध सिंह पवार, सांसद प्रतिनिधि दीपक महतो, संतोष कुमार महतो, मुखिया करुणा देवी, आफताब आलम खान, बबलू भगत, ओम प्रकाश साव, अखिलेश्वर ठाकुर, दिलीप यादव, मनोहर नायक, प्रमोद शर्मा, राजेश शर्मा, अशोक ठाकुर, राजकुमार ठाकुर, रिंकू निषाद आदि उपस्थित थे.
पिता-भाई व पत्नी का बुरा हाल : सुनील ठाकुर की मौत के बाद उसके पिता भुवनेश्वर ठाकुर, भाई अनिल ठाकुर के अलावा उसकी पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल था. मृतक की तीन वर्ष की एक बेटी तथा एक साल का एक बेटा है.घटना की होगी जांच : एसडीओझारखंड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एसडीओ गिरधारी सिंह मुंडा ने कहा कि पोल पर चढ़ने के पहले लाइन काटी गयी थी फिर करंट कैसे प्रभावित हुई इसकी जांच की जायेगी. दोषी पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों के साथ विभाग की पूरी सहानुभूति है. परिजनों को हरसंभव सहयोग किया जायेगा.