झारखंड: टीटीपीएस की एक यूनिट से बिजली का उत्पादन हो सकता है बंद, जीएम ने त्राहिमाम पत्र लिखकर किया ये आग्रह
सीसीएल के द्वारा 24 घंटे में एक रैक कोयले की आपूर्ति की जा रही है. इससे कोयले के स्टॉक में बढ़ोतरी नहीं हो पा रही है. प्रतिदिन परियोजना को दो रैक कोयला मिले, तो परियोजना में दोनों यूनिट से बिजली उत्पादन को बल मिलता रहेगा.
ललपनिया, नागेश्वर: झारखंड के बोकारो जिले के ललपनिया स्थित टीटीपीएस में महज चार दिनों का कोयला स्टॉक में बचा है. कोयले की आपूर्ति की कमी से उत्पन्न संकट पर टीटीपीएस के जीएम सह मुख्य अभियंता सह प्रभारी एमडी अनिल कुमार शर्मा ने प्रधान ऊर्जा सचिव एवं सीसीएल के सीएडी को त्राहिमाम पत्र भेजकर परियोजना में विद्युत उत्पादन पर पड़ने वाले प्रतिकूल असर की जानकारी दी है. अनिल कुमार शर्मा ने सीसीएल से आग्रह किया गया है कि दुर्गा पूजा में राज्य में बिजली की खपत को देखते हुए कोयले की कमी को पूरा किया जाए. सीसीएल के द्वारा 24 घंटे में एक रैक कोयले की आपूर्ति की जा रही है. इससे कोयले के स्टॉक में बढ़ोतरी नहीं हो पा रही है. प्रतिदिन परियोजना को दो रैक कोयला मिले, तो परियोजना में दोनों यूनिट से बिजली उत्पादन को बल मिलता रहेगा.
एक यूनिट से विद्युत उत्पादन हो जाएगा बंद
टीटीपीएस के जीएम सह मुख्य अभियंता सह प्रभारी एमडी अनिल कुमार शर्मा ने त्राहिमाम पत्र में कहा है कि यही स्थिति रही तो मजबूरन एक यूनिट से विद्युत उत्पादन बंद कर देना पड़ेगा. जानकारी के अनुसार वर्तमान समय में परियोजना में महज 30 हजार एमटी कोयला स्टॉक में है, जो महज चार दिनों का है, जबकि दोनों यूनिट से प्रतिदिन छह हजार एमटी कोयले की खपत है.
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एक रैक कोयले की हो रही है आपूर्ति
सीसीएल के द्वारा 24 घंटे में एक रैक कोयले की आपूर्ति की जा रही है. इससे कोयले के स्टॉक में बढ़ोतरी नहीं हो पा रही है. प्रतिदिन परियोजना को दो रैक कोयला मिले, तो परियोजना में दोनों यूनिट से बिजली उत्पादन को बल मिलता रहेगा. परियोजना में दोनों यूनिट से 340 मेगावाट विद्युत उत्पादन हो रहा है. पहली यूनिट से 180 मेगावाट व दूसरी से 160 मेगावाट विद्युत उत्पादन हो रहा है.